हनुमना

जिले के सबसे बड़े कार्यक्रम सियाराम कुटीर में प्रथम दिन में लगभग 30 से 35 हजार की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु। जल्द ही आने वाले है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

बिना सत्संग के विवेक नहीं आता स्वामी रामभद्राचार्य हनुमना सत्संग विवेक न होई राम कृपा बिनु सुलभ न सोई की व्याख्या दूसरे दिन की कथा मे भी पद्मभूषण जगद्गुरु रामानंदाचार्य तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि सत्संग के बिना विवेक नहीं हो सकता

जिस समय लंका में लंकिनी से मुलाकात हुई हनुमान जी ने उसे मुक्के से मारकर धरती पर गिरा दिया था तब उसका विवेक खुला हनुमान जी से उस मिलन को स्वयं लंकिनी सत्संग का रूप देती है

 क्योंकि उसे उनका मुक्का खाने के बाद ही ज्ञान प्राप्त हो गया था हनुमान जी को विभीषण से मिलने के बाद ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसीलिए कहा गया है सत्संग के बिना विवेक नहीं आता विवेक से ही समाज व राष्ट्र का कल्याण हो सकता है

जिले के सबसे बड़े कार्यक्रम सियाराम कुटीर में प्रथम दिन में लगभग 30 से 35 हजार की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु। जल्द ही आने वाले है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

स्वामी जी महाराज ने तूने दूतों की चर्चा करते हुए कहा कि रामचरितमानस में तीन दूतों की चर्चा आती है जिनमें से मंथरा सुमंत जी महाराज एवं हनुमान जी का उल्लेख आता है

 मंथरा ने कुठ रचना के माध्यम पैकिंग को पाठ पढ़ा कर राम को 14 वर्ष का वनवास दिला दिया वही सुमंत जी ने अपने बड़ बोलेपन के कारण राम जी के बार बार समझाने के बाद भी की लक्ष्मण जी ने जो कहा उसे दशरथ जी को नहीं बताइएगा उन्होंने बता दिया

जिले के सबसे बड़े कार्यक्रम सियाराम कुटीर में प्रथम दिन में लगभग 30 से 35 हजार की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु। जल्द ही आने वाले है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

और राज्य चौपट हो गया लेकिन हनुमान जी क्योंकि ज्ञानिनामग्रगण्यम् कहे जाते हैं इसीलिए उन्होंने विवेक का प्रयोग करते हुए जिस समय सीता जी ने पूछा कि आखिर भगवान इतनी देरी होने के बाद भी क्यों नहीं आए उन्होंने विवेक का उपयोग करते हुए कहा कि हे

 भगवान को सूचना ही नहीं थी अन्यथा तनिक भी देर नहीं करते वही जब राम जी ने हनुमान जी से पूछा तब उन्होंने चूड़ामणि जबकि स्वयं मांगा था माताजी से लेकिन या ना बता कर स्वयं यह बताया कि माताजी ने स्वयं दिया है।

जिले के सबसे बड़े कार्यक्रम सियाराम कुटीर में प्रथम दिन में लगभग 30 से 35 हजार की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु। जल्द ही आने वाले है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

 इस प्रकार से विवेक वान व्यक्ति ही मर्यादा का पालन करते हुए वास्तव समाज की रक्षा कर सकता है या उल्लेख करना आवश्यक है कि महाराज श्री प्रथम दिवस लोगों से सवाल किया था कौन सी चौपाई पर व्याख्या दूं जो कि 9 दिनों तक चलेगी

 लोगों की ओर से आवाज आई थी कि बिन सत्संग विवेक न होई राम कृपा बिनु सुलभ न सोई चौपाई पर ही महाराज व्याख्यान दे जब महाराज श्री ने कहा कि मैं स्वयं चाहता हूं कि मृगेंद्र विधायक बने विधायक बनने के बाद मंत्री भी बने उन्होंने या तो धर्मा ततो जय का उल्लेख करते हुए कहा कि जो धर्म करता है

 उसी की विजय होती है मृगेंद्र सिंह को सीने से लगाते हुए मंच पर ही मानो कोई माता अपने पुत्र को दुलार रही हो तकरीबन 5 मिनट तक वैसे लगाए रखते हुए कहा कि जाओ मृगेंद्र तुम्हारी विजय हो इतना सुनते ही समूचा पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान हो उठा

जिले के सबसे बड़े कार्यक्रम सियाराम कुटीर में प्रथम दिन में लगभग 30 से 35 हजार की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु। जल्द ही आने वाले है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

जबकि वहीं पंडाल में राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त वर्तमान विधायक प्रदीप पटेल तथा विश्व हिंदू परिषद के प्रांत धर्म जागरण प्रमुख सुरेंद्र मणि त्रिपाठी भी उपस्थित थे इसके पूर्व हमारे संवाददाता संपत दासगुप्ता से चर्चा करते हुए कार्यक्रम आयोजक मृगेंद्र सिंह ने बताया था कि स्वयं महाराज जी प्रथम दिवस के कार्यक्रम में 30 से 35 हजार के उपस्थित की बात कह रहे थे।

 वही 15 से 20000 कलश यात्रा में सम्मिलित माताएं बहने थी आज अध्यक्ष कल से उपस्थित कुछ कब रहे वहीं उन्होंने बताया कि कल जहां पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा सीधी सांसद रीति पाठक तथा मऊगंज विधायक राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त प्रदीप पटेल आदि लोग उपस्थित रहे

 वही उत्तर प्रदेश के स्वतंत्र विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया एवं प्रांत धर्म जागरण प्रमुख सुरेंद्र मणि त्रिपाठी की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही वीआईपी आने के सवाल पर कहा कि वीआईपी के आने की तात्कालिक सूचना होती है जैसा भी होगा वह समय-समय पर आप लोगों को बताया जाएगा

बागेश्वर धाम के बारे में बताया कि 16 या 17 तारीख को आ सकते हैं इस तरह कार्यक्रम में भारी उपस्थित क्षेत्र का इस कार्यक्रम को धन्यवाद दिव्य बना रही है हजारों हजार की संख्या प्रतिदिन दोपहर व शाम को महाप्रसाद भंडारे का प्राप्त कर रही है

 वही विशाल परिसर में आयोजित कार्यक्रम की भव्यता व दिव्यता अपने आप ही देखते बनती है यज्ञशाला चारदीवारी के बाहर मानसरोवर का स्वरूप देने का प्रयास करते हुए जलाशय विशाल कथा पंडाल एवं पार्किंग की सुचारू व्यवस्था के साथ ही समूचे मऊगंज विधानसभा में बनाए गए तोरण द्वार जन चर्चा का विषय बने हुए थे तो महाराज जी की वाणी से निकला मृगेंद्र सिंह को विधायक व मंत्री बनाने जैसे शब्द लोगों की जुबान पर चर्चा का विषय बने हुए हैं

समाचार

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