धरना दिया,पर्चा बांटे और भरी सिहोरा जिला की हुंकार
सिहोरा जिला आंदोलन का लगातार 44 वाँ धरना
सिहोरा जिला, सिहोरा का हक है और वर्तमान सरकार 2003 में जिला बन चुके सिहोरा के आदेश पर अकारण रोक लगा रखी है।यह कृत्य प्रत्येक सिहोरावासी की भावना का मजाक है,निरंतर समर्थन के बदले हितों पर कुठाराघात है।अब सिहोरावासी जाग चुका है और इसी सरकार से इसी कार्यकाल में सिहोरा जिला लेकर रहने हेतु संकल्पित है।यह घोषणा लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने धरने के 44 वें रविवार अपने धरने में कही।
बस स्टैंड में बांटे पर्चे:- रविवार के घोषित धरने के बाद लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के सदस्यों ने एक बार फिर पूरे बस स्टैंड के व्यापारियों और मौजूद लोगों को जिला सिहोरा संबंधी पर्चे बांट आंदोलन को सफल बनाने का आग्रह किया।समिति ने घोषणा की कि आंदोलन के पचासवें धरने के दिन एक बड़ा जंगी प्रदर्शन कर सरकार की कुम्भकर्णीय निद्रा तोड़ी जाएगी।
44 वें धरने में समिति के कृष्णकुमार कुररिया,अनिल जैन,रामजी शुक्ला,सुशील जैन,मानस तिवारी,सियोल जैन,राजभान मिश्रा,अमित बक्शी,जब्बू भाईजान,नत्थू पटेल,रामलाल यादव,अजय कुमार,पन्नालाल सहित अनेक सिहोरावासी मौजूद रहे।
संवाददाता-अज्जू सोनी उमरिया पान ढीमरखेड़ा कटनी