मध्य प्रदेश मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने NNIPL कंपनी की 26.53 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की
MP News : मध्य प्रदेश मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने नारायण एक्सपोर्ट इंडिया कंपनी (NNIPL) और उससे जुड़ी अन्य कंपनियों की 26.53 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। नारायण एक्सपोर्ट इंडिया कंपनी ने कथित तौर पर बैंक से लोन लेने के बाद 110 मिलियन रुपये अन्य संस्थानों में भेज दिए थे। कंपनी पर कर्ज चुकाने के बजाय दूसरी कंपनियों और सेक्टरों में निवेश करने का आरोप लगा है।
यह जानकारी भी सामने आई कि कंपनी ने लोन के लिए आवेदन करने के लिए गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था। आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय 113 करोड़ रुपये के एनपीए मामले की जांच कर रहा था। अनियमितता उजागर होने के बाद ईडी ने जून महीने में ही इस मामले में केस दर्ज किया था। इससे पहले, सीबीआई भोपाल ने नारायण एक्सपोर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (NNIPL) के निदेशक कैलाश चंद्र गर्ग और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और अदालत के समक्ष चालान पेश किया था।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, नारायण निवर्त इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एनएनआईपीएल) के निदेशक कैलाश चंद्र गर्ग ने अन्य लोगों के साथ मिलकर समूह की विभिन्न कंपनियों की परियोजनाओं के लिए यूको बैंक से लगभग 110 करोड़ रुपये का लोन लिया था। इस लोन का उपयोग अन्य परियोजनाओं और व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं के लिए किया गया था। इसके अलावा लोन स्वीकृत करने के लिए बैंक को झूठे दस्तावेज भी मुहैया कराए गए। इस फर्जीवाड़े का खुलासा सीबीआई ने भोपाल जांच में किया था।
NNIPL ग्रुप की कंपनियां
- मेडरिया मेडिकल टूरिज्म प्राइवेट लिमिटेड
- मेपल ओवरसीज ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड
- वर्धमान साल्वेंट एक्सटेक्शन इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- मंदसौर सेल्स कार्पोरेशन, मंदसौर
- पद्मावती ट्रेडिंग कंपनी
- रामकृष्ण साल्वेक्स प्राइवेट लिमिटेड
- धुलतावाला एक्सिम प्राइवेट लिमिटेड
- अंबिका साल्वेक्स प्राइवेट लिमिटेड
- एमएसडी डेवलपर्स
- नैमीनाथ डेवलपर्स
- नारायण अंबिका इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड