रीवा लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई:जवा जनपद का सीईओ 10 हजार की रिश्वत लेते ट्रेप, मनरेगा का बिल पास कराने के एवज में सरपंच से मांगी थी रकम
रीवा लोकायुक्त पुलिस ने जवा जनपद पंचायत के भ्रष्टाचारी सीईओ को बेनकाब किया है। यहां मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 10 हजार रुपए की रिश्वत के साथ ट्रेप किया गया है। दावा है आरोपी सीईओ मनरेगा के तहत किए गए कार्यों का बिल पास करने के एवज में सरपंच में 15 हजार की रकम मांगी थी। आरोपी बिना पैसे लिए काम करने को तैयार नहीं था
ऐसे में थक हारकर सरपंच लोकायुक्त एसपी के पास शिकायत लेकर पहुंचा। जहां सत्यापन उपरांत शिकायत सही पाई गई। ऐसे में मंगलार की सुबह जवा जनपद पंचायत कार्यालय के पीछे स्थित आरोपी के शासकीय आवास से रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त टीम सीईओ को लेकर विश्राम गृह पहुंची है। जहां भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
ये है मामला
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि मंगलवार की सुबह 9.30 बजे अरुण कुमार भारद्वाज सीईओ जनपद जवा को 10 हजार की रकम लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। सीईओ के खिलाफ शिकायतकर्ता रेवा प्रसाद द्विवेदी पुत्र जगदंबा प्रसाद द्विवेदी (32) निवासी रौली पद सरपंच ग्राम पंचायत रौली ने कुछ दिन पहले एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत किया था।
15 हजार रुपए में तय हुआ था सौदा
आरोप है कि मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत में कराए गए कार्यों के बिल पास कराने के एवज में 15000 रुपए की मांग की गई थी। जिसमे 5 हजार रुपए सीईओ पहले ही ले चुका था। अब 10 हजार रुपए के लिए आए दिन दबाव बना रहा था। सत्यापन के बाद शिकायत सही पाए जाने पर मंगलवार को दबिश के लिए ट्रेप अधिकारी निरीक्षक जियाउल हक को मौके पर भेजा।
शासकीय आवास से पकड़ाया
लोकायुक्त एसपी ने बताया कि ट्रेप दल के सदस्य डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार, उपनिरीक्षक रितुका शुक्ला सहित 15 सदस्यीय टीम शासकीय आवास के बाहर खड़ी हो गई। जैसे ही सरपंच आरोपी सीईओ को 10 हजार रुपए की रकम देकर बाहर निकला। वैसे ही लोकायुक्त की टीम आवास में दबिश दे दी। साथ ही रिश्वत के 10 हजार रुपए बरामद कर धर दबोचा है।