इन देशों में पुरषों से ज्यादा महिलाओं को जारी है आयुष्मान कार्ड, इन्हें नहीं मिलेगा लाभ

Ayushman Bharat-Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana :  केंद्र सरकार नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 2018 में गरीब परिवारों के इलाज के लिए शुरू की गई ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ ने अब एक नया रिकॉर्ड बना लिया है। इस योजना के लाभार्थियों में महिलाओं की संख्या बढ़कर 48 फीसदी हो गई है। जहां पिछले 6 वर्षों में आयुष्मान भारत के तहत 6.5 करोड़ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज किया गया, जिनमें 3.2 करोड़ महिलाएं भी शामिल हैं। सरकार ने 6 वर्षों में इलाज पर कुल 81,979 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और इसमें से महिला लाभार्थियों पर खर्च की गई राशि 39,349 करोड़ रुपये है।

इन देशों में महिलाओं को जारी है ज्यादा कार्ड

मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक आयुष्मान भारत की क्रियान्वयन संस्था राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण से जुड़े अधिकारियों ने आंकड़े देते हुए बताया कि देश में 8 राज्य ऐसे हैं जहां महिला लाभार्थियों की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। इनमें 68 प्रतिशत महिला लाभार्थियों के साथ मेघालय पहले स्थान पर है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश में यह आंकड़ा 57 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 56 फीसदी, मिजोरम में 54 फीसदी, नागालैंड में 53 फीसदी, झारखंड और त्रिपुरा में 51 फीसदी और जम्मू-कश्मीर में 50 फीसदी है।

जानिए कब और कैसे योजना का लाभ लें ?

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया जाता है। केंद्र सरकार ने 2018 में इस योजना की शुरुआत की थी और इसके तहत अब तक 32 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड दिए जा चुके हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए चार शर्तें हैं पहला आपकी सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। दूसरा परिवार में 16 साल से अधिक उम्र का कोई अन्य कमाने वाला सदस्य नहीं होना चाहिए। तीसरा अगर आप एससी या एसटी वर्ग से हैं तो आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। और चौथा अगर आपके पास अपना कोई पक्का घर नहीं है, तब भी आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

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