छुहिया घाटी हत्याकांड का खुलासा:रीवा में निगरानीशुदा बदमाश से परेशान होकर दो दोस्तों ने पत्थर पटककर मार डाला, सीधी पेशी में चलने का बहाना कर ले गए थे

छुहिया घाटी हत्याकांड का खुलासा:रीवा में निगरानीशुदा बदमाश से परेशान होकर दो दोस्तों ने पत्थर पटककर मार डाला, सीधी पेशी में चलने का बहाना कर ले गए थे
रीवा जिले के गोविंदगढ़ थाना अंतर्गत छुहिया घाटी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए एएसपी अनिल सोनकर ने कहा कि मृतक रीवा जिले का निगरानीशुदा बदमाश है। उसके खिलाफ एक दर्जन थानों में 17 से ज्यादा अपराध दर्ज है।
शातिर अपराधी से परेशान होकर दो दोस्तों ने सीधी पेशी में चलने का बहाना बनाया। इसके बाद तीनों एक बाइक में बैठकर छुहिया घाटी पहुंचे। शराब पार्टी का समान लेकर धोबखरी नाला पहुंचे। वहां तीनों ने पार्टी की, इसके बाद पत्थर पटककर हत्या कर दी।
राज को छिपाने के लिए शव पर पत्थरों का ढेर लगा कर दोनों दोस्त फरार हो गए। कुछ देर बाद बकरी चराने गई, किशोरी ने पत्थरों में खून देखने के बाद घर पहुंचकर परिजनों को बताया। बच्ची के पिता ने नगर पंचायत अध्यक्ष को अवगत कराया। इसके बाद पुलिस तक खबर पहुंची।
ऐसे खुला हत्या का राज
पुलिस के मुताबिक 24 सितंबर की शाम 3 बजे तक अच्छे लाल पटेल 50 वर्ष निवासी मड़वा थाना गोविन्दगढ़ ने हत्या की सूचना दी। कहा कि बेटी अंजली पटेल 16 वर्ष बकरी खाेजते हुए धोबखरी नाला गई थी। उसने नाले के बीच में पत्थर की चट्टान में ताजा खून पड़ा देखा।
उसी के पास बड़े- बड़े पत्थरों से दबी एक लाश देखी, वहां से भागकर घर आई। मैंने भी लाश देखने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष गोविन्दगढ़ को बताया। इसके बाद थाने में रिपोर्ट किया। गोविंदगढ़ थाने में अपराध पंजीबद्ध कर तत्काल विवेचना प्रारंभ की।

दो प्रकार की दिखी चुनौती
विवेचना में पुलिस को दो चुनौतियां दिखीं। पहली अज्ञात मृतक की पहचान, दूसरा हत्यारों को पकड़ना। एसपी नवनीत भसीन के निर्देश में पुलिस की 3 टीमें गठित की। मौके पर एफएसएल, फिंगर प्रिंट एवं तकनीकी पुलिस अमला को सक्रिय किया। मृतक के शरीर से मिले दस्तावेज के आधार पर कुछ ही घंटों में शव की पहचान विवेक तिवारी निवासी लोही थाना सिटी कोतवाली के रूप में हुई। जांच में पता चला कि मृतक थाना कोतवाली का निगरानीशुदा बदमाश है।
तत्काल जुटाई मूवमेंट की जानकारी
पुलिस की दूसरी टीम ने मृतक के साथियों व घटना के दिन मूवमेंट की जानकारी हासिल की। कई लोगों से पूछताछ में पता चला कि विवेक तिवारी अपने दोस्त रवि तिवारी और विनोद नामदेव के साथ बाइक क्रमांक MP17NC1901 से छुहिया घाटी की ओर गया था। आनन-फानन में पुलिस की तीसरी टीम ने दोनों साथियों को गिरफ्तार किया।
परेशान थे, इसलिए छल कर मारा
गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने बताया कि वह मृतक से परेशान थे। इसलिए छल कर छुहिया घाटी ले गए। वहां हत्या कर पत्थरों में लाश दबा देना स्वीकार किया। आरोपियों की निशानदेही पर चाकू और बाइक बरामद हो गई हैं। अंधे हत्याकांड का खुला करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक द्वारा 10 हजार रुपए की राशि दी गई है।