कश्मीर में लगातार टारगेट किलिंग की घटनाएं हो रही हैं. इन घटनाओं ने वहां रह रहे हिंदुओं को डरा दिया है. गुरुवार को आतंकियों ने एक हिंदू बैंक मैनेजर को गोलियों से भून दिया. इन घटनाओं के बाद अब कश्मीरी पंडितों ने घाटी से सामूहिक पलायन करने का ऐलान किया है. कल (3 जून) कश्मीरी पंडित घाटी से एक साथ पलायन करेंगे.
गुरुवार को बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों ने आपात बैठक बुलाई. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. कश्मीरी पंडितों ने तय किया है कि घाटी से जिन-जिन इलाकों में कश्मीरी पंडित प्रदर्शन कर रहे थे. उसे तत्काल बंद किया जाएगा. बैठक में कहा गया कि अब कश्मीर में रह रहे अल्पसंख्यकों के सामने कोई और विकल्प नहीं बचा है. इसलिए उन्हें पलायन करना होगा. बैठक में सभी लोगों से बनिहाल की नवयुग सुरंग के पास इकट्ठा होने के लिए कहा गया है.
पिछले 22 दिनों से चल रहा प्रदर्शन
कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षा कैंप में रह रहे प्रदर्शनकारी रंजन जुत्शी ने बताया कि पिछले 22 दिनों से सभी प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारी मांग है कि हमें यहां से सुरक्षित निकाला जाए. आज विजय कुमार की और परसों रजनी बाला की निर्मम हत्या कर दी गई. जिस दिन राहुल भट्ट की हत्या हुई थी, हमने उस दिन ही कहा था कि हमें यहां से सुरक्षित निकाला जाए. जिस तरह 1990 में हमारा पलायन हुआ था. अब सभी उस तरह ही पलायन कर रहे हैं. करीब 3000 कर्मचारी पहले ही जम्मू पहुंच चुके हैं. मट्टन इलाके से 20 गाड़ियां निकल चुकी हैं.