नियम के विरुद्ध 16 स्टाफ नर्सों को बनाया प्रोफेसर, कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ गंभीर आरोप

MP News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े नर्सिंग कॉलेज हमीदिया में अनियमितताएं सामने आई हैं। इधर, कॉलेज की मान्यता बचाने के लिए कॉलेज में स्टाफ नर्सों को प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर बनाकर रखने में अनियमितता का मामला सामने आया है। जहां नियमों की अनदेखी कर 16 स्टाफ नर्सों को प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर बना दिया गया है।

नियुक्तियां रद्द होने के बावजूद भी 53 नर्सिंग ऑफिसर ले रहे लाभ

मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक नर्सिंग कॉलेज हमीदिया में करीब 53 नर्सिंग ऑफिसर पदों की वैकेंसी निकली है। जहां 53 नर्सिंग ऑफिसरों को उच्च पदों पर नियुक्त किया गया था लेकिन शिकायतें मिलने के बाद उनकी नियुक्तियां रद्द कर दी गईं और उन्हें उच्च पदों पर नहीं लिखने को कहा गया। इसके बावजूद, वह अभी भी शीर्षक का उपयोग कर रहा है और उच्च आरोपों की प्रक्रिया में इसका लाभ उठाने की कोशिश कर रहा है।

इस कॉलेज में 16 अयोग्य स्टाफ नर्स

कॉलेज प्रबंधन पर अपने पसंदीदा लोगों को ऊंचे पद देने का आरोप लगा है। नियमानुसार प्रभारी प्राचार्य, प्रभारी उप प्राचार्य और प्रोफेसर एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कुल 16 अयोग्य स्टाफ नर्स हैं। शिकायत है कि कॉलेज अधिकारी उन्हें सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं, जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। इनमें संचालक स्वास्थ्य शुक्ला, हमीदया के नोडल अधिकारी बाजपेयी और संचालक स्वास्थ्य के पद पर पदस्थ संविदा एनएचएम बाबू सुश्री ज्वाला सिंह शामिल हैं।

Exit mobile version