परिवहन विभाग की नई व्यवस्था से अपने गाड़ी के लिए VIP नंबर लेना हुआ आसान

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VIP Number : राजधानी समेत प्रदेश भर के वाहन मालिकों के लिए अच्छी खबर है। अब परिवहन विभाग ने नई पसंदीदा वाहन नंबर और वीआईपी नंबर नीलामी प्रणाली लागू की है। अब वाहन मालिक हर हफ्ते यानी महीने में चार बार नीलामी में भाग लेकर अपनी पसंद का नंबर चुन सकता है। पहले यह व्यवस्था महीने में सिर्फ दो बार होती थी। परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों की रुचि और अधिक से अधिक यूनिट बेचने के लिए यह प्रणाली शुरू की है।

परिवहन विभाग के मुताबिक, पहले वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करने के लिए ई-नीलामी का काम 15 दिन में एक बार किया जाता था। अब यह हर सप्ताह किया जाता है। वाहन मालिकों को यह नंबर आसानी से मिल सके, इसके लिए विभाग ने अपने सर्वर को अपडेट कर दिया है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक नीलामी प्रक्रिया सोमवार से गुरुवार तक की जाती है। इसमें लोग अपने पसंदीदा नंबर और वीआईपी नंबर की निर्धारित राशि जमा कर ऑनलाइन बोली में भाग ले सकते हैं।

VIP नंबर लेने के मामले मे इंदौर नंबर 1

प्रदेश में वीआईपी गाड़ियां खरीदने के मामले में इंदौर के लोग सबसे आगे हैं। भोपाल दूसरे स्थान पर है, जबकि ग्वालियर तीसरे और जबलपुर चौथे स्थान पर है। मध्य प्रदेश परिवहन विभाग ने 1 अगस्त 2022 से राज्य में वीआईपी नंबर सीरीज की नीलामी शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही यह व्यवस्था सभी हफ्तों के लिए शुरू की गई है। इन नंबरों को प्राप्त करने के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट पर टेंडर किया जाता है।

ये हैं सबसे महंगे नंबर

सबसे महंगा नंबर 0001 है, लेकिन पसंदीदा 0007 है। परिवहन विभाग के मुताबिक, राज्य में बेस प्राइस के आधार पर किसी भी सीरीज का सबसे महंगा नंबर 0001 है। इसकी बेस प्राइस 1 लाख रुपये तय की गई है. इसी तरह 0002 से 0009 तक सभी नंबरों का बेस प्राइस 50,000 रुपये तय किया गया है. लेकिन राज्य में पसंदीदा नंबर 0007 है। वाहन मालिक 0001 के बजाय 0007 नंबर को अपनाने में अधिक रुचि दिखाते हैं। यही कारण है कि सभी श्रृंखलाओं के सभी जिलों में 0007 के खरीदारों की संख्या सबसे अधिक है।

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