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रीवा में जनपद CEO पर जानलेवा हमला:BJP विधायक के साथ विवाद का ऑडियो भी आया सामने; MLA के PA बोले- ऑडियो से घटना का संबंध नहीं

रीवा में जनपद CEO पर जानलेवा हमला:BJP विधायक के साथ विवाद का ऑडियो भी आया सामने; MLA के PA बोले- ऑडियो से घटना का संबंध नहीं

 

रीवा में सिरमौर जनपद सीईओ एसके मिश्रा (58) के साथ कुछ लोगों ने मारपीट कर दी। मंगलवार दोपहर वे सेमरिया क्षेत्र से बैठक कर मुख्यालय लौट रहे थे। इसी बीच, पुरवा फॉल के पास घात लगाकर बैठे आधा दर्जन बदमाशों ने वाहन रोक कर उनकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद मरा समझ कर कचरे के ढेर में फेंक कर भाग गए। सीईओ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले मंगलवार सुबह ही भाजपा विधायक और सीईओ के बीच विवाद का ऑडियो सामने आया था।

SDOP नवीन तिवारी ने बताया कि मंगलवार दोपहर 3:30 बजे सीईओ पर हमला हुआ। सीईओ एसके मिश्रा बसामन मामा स्थित गौशाला में बैठक लेने गए थे। जब वह लौट रहे थे, तब कुछ बदमाशों ने पहले वाहन में तोड़फोड़ की, फिर सीईओ पर टूट पड़े। ड्राइवर ने डायल 100 को सूचना दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। सेमरिया और सिरमौर थाना समेत आसपास के थानों का बल घटनास्थल पर भेजा। आरोपियों की खोजबीन के लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है। मुख्य मार्गों में लगे CCTV के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

घटना स्थल पर पहुंची पुलिस

सुबह ऑडियो वायरल, शाम को हमला

मंगलवार सुबह ही सेमरिया के BJP विधायक केपी त्रिपाठी और सिरमौर जनपद पंचायत सीईओ एसके मिश्रा के बीच विवाद हुआ था। इसका ऑडियो भी सामने आया था। इसमें सीईओ को धमकी देने की बात कही जा रही है।

विधायक के PA बोले- ऑडियो से घटना का संबंध नहीं

विधायक केपी त्रिपाठी के PA धर्मेंद्र द्विवेदी ने बताया कि अधिकारियों से बात करना रुटीन प्रक्रिया है। लोगों के माध्यम से सीईओ के साथ हुई मारपीट की जानकारी मिली है। ऑडियो और मारपीट का संबंध नहीं है। ये विरोधी गुट की चाल है। ऑडियो का फायदा उठाकर दूसरे गुट ने हमला कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हम भी जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं।

घटना के बाद अस्पताल में लोगों की भीड़ इकट्‌ठी हो गई।

नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह बोले- हमलावरों पर दर्ज किया जाए केस

मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमलावरों पर केस दर्ज किया जाए। यह दुर्भाग्य है कि भाजपा विधायक पहले अफसर के साथ अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल करते हैं, उसके बाद हमला कराते हैं। गोविंद सिंह के मुताबिक इस घटना से सिद्ध हो गया है कि काले कारनामों को अंजाम देने के लिए भाजपा नेता किस हद तक जा सकते हैं। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष एक दिवसीय प्रवास पर सतना पहुंचे हैं। मीडिया ने उनसे घटना के संबंध में सवाल पूछा था।

सतना के रहने वाले हैं CEO

एसके मिश्रा मूलरूप से सतना के धवारी के रहने वाले हैं। उनकी पदस्थापना छतरपुर और रीवा जिले में रही है। पहले वे लवकुश नगर फिर मऊगंज में तैनात रहे। इसके बाद फिर लवकुश नगर चले गए। पिछले एक साल से सिरमौर में पदस्थ हैं।

1988 में सहायक विकास विस्तार अधिकारी के पद पर हुए थे भर्ती

एसके मिश्रा 1988 के आसपास सहायक विकास विस्तार अधिकारी (एडीओ) के पद पर भर्ती हुए। इसके बाद विकास विस्तार अधिकारी (डीईओ) और अब विकास खंड अधिकारी (बीडीओ) का मूल पद है। हालांकि वर्तमान समय में सीईओ नाम चलन में है।

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