ब्रेकिंग न्यूज सीधी जिले में 2 रोजगार सहायकों को किया गया पद से बर्खास्त देखें क्या थीं वजह

शासकीय कार्य में लापरवाही पड़ी भारी सीधी कलेक्टर ने दो रोजगार सहायक की सेवा समाप्ति का दिया आदेश 

सीधी जिला कलेक्टर साकेत मालवीय ने शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने वाले दो रोजगार सहायक को सेवा से बर्खास्त करने का आदेश दिया है। कलेक्टर की इस कार्रवाई से प्रशासनिक अमले में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। जनसंपर्क कार्यालय सीधी द्वारा इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि रोजगार सहायकां द्वारा अपने शासकीय कार्य में लापरवाही बरती गई थी। जिसे देखते हुए कलेक्टर द्वारा रोजगार सहायकों को सीधे बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है।

क्या थी लापरवाही 

 प्रशासनिक सूत्रां से मिली जानकारी के मुताबिक संबंधित रोजगार सहायकों द्वारा निर्माण कार्यों में भरपूर लापरवाही की थी। महीनों से अधूरे काम को पूरा नहीं किया जा रहा था। लोगों को भुगतान नहीं किया जा रहा था। मटेरियल का भुगतान रोजगार सहायकों द्वारा नहीं किया जा रहा था।

रोजगार सहायकों की लापरवाही के कारण आम जन शासन की योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे थे। रोजगार सहायकों द्वारा पेमेंट भुगतान सहित अन्य कार्य में की जा रही लापरवाही की शिकायत ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर से भी की गई थी। कलेक्टर द्वारा मामले की जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर रोजगार सहायकों को सेवा से बर्खास्तगी का आदेश जारी किया।

इन्हें किया बर्खास्त कलेक्टर सीधी साकेत मालवीय 

  कार्य मेंं लापरवाही बरतने वाले जिन रोजगार सहायकों को सेवा से बर्खास्तगी का ओदश दिया गया है उसमें ग्राम पंचायत पिपरोहर के रोजगार सहायक दिलीप सिंह और पैगमा आबाद के रोजगार सहायक राहुल पाण्डेय शामिल है।

सकते में कर्मचारी कलेक्टर द्वारा निलंबन की बजाय सेवा से बर्खास्तगी के आदेश से जिले में कार्यरत अन्य रोजगार सहायक सहित अन्य कर्मचारी सकते में है। इसका कारण यह है कि कार्य मेंं लापरवाही होने पर अधिक से अधिक निलंबन की कार्रवाई की जाती थी, लेकिन सेवा से बर्खास्तगी का आदेश अपने आप में ही बड़ी बात है। प्रशासनिक कर्मचारियों में अब चर्चा यह है कि कब किसका नंबर बर्खास्तगी का लग जाय कुछ कहा नहीं जा सकता। 

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