सर्वे: एशिया-प्रशांत में सबसे ज्यादा आविष्कार भावना, भारत के छोटे कारोबारियों का प्रदर्शन बेहतर
भारत के लघु कारोबार एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में आविष्कार क्षमता से सबसे ज्यादा लैस हैं। यह बात लगातार दूसरे वर्ष के सीपीए ऑस्ट्रेलिया के सर्वे से सामने आई है। गौरतलब है कि यह एकाउंटिंग क्षेत्र की सबसे बड़ी पेशेवर संस्था है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, भारत की मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था के मिल रहे साथ के कारण लघु कारोबार क्षेत्र में भारत का स्थान एशिया पैसिफिक क्षेत्र में 2022 में सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाले देशों में रहेगा।
11 देशों में किया गया सर्वे
सीपीए ऑस्ट्रेलिया हर साल एपीसीए स्मॉल बिजनेस सर्वे करता है। ताजा सर्वे में एशिया प्रशांत क्षेत्र के 11 देशों के 4,252 कारोबारियों और कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधकों की राय ली गई। ये सर्वे नवंबर-दिसंबर 2021 में हुआ था, जिसकी रिपोर्ट अब जारी की गई है। सीपीए ऑस्ट्रेलिया के एक बयान के मुताबिक इस सर्वे का मकसद कारोबार की स्थानीय स्थितियों, चुनौतियों और कारोबारियों के भरोसे के स्तर का पता लगाना होता है। इस सर्वे से भारत की चमकती तस्वीर सामने आई है।
कारोबार बढ़ने की जताई उम्मीद
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 62 प्रतिशत लघु कारोबार में वृद्धि देखने को मिली। सर्वे में शामिल 77 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने बताया कि पिछले साल उन्होंने नए कर्मचारी नौकरी पर रखे। ये संख्या बाकी किसी दूसरे देश से ज्यादा है। सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत का लघु कारोबार 2022 में रोजगार के अवसर पैदा करने वाला एक मजबूत क्षेत्र साबित होगा। सर्वे में शामिल 83 प्रतिशत कारोबारियों ने रोजगार के नए अवसर पैदा करने की संभावना जताई। जबकि, 62 प्रतिशत कारोबारियों को उम्मीद है कि इस साल उनका कारोबार बढ़ेगा।
भारत के छोटे कारोबारी महत्वाकांक्षी
सीपीए ऑस्ट्रेलिया में उभरते बाजार क्षेत्र के महाप्रबंधक लेसली लियोव ने कहा कि ‘हमारी सर्वे रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई है कि भारत के छोटे कारोबारी बहुत महत्त्वाकांक्षी हैं। महामारी के बावजूद उन्होंने उत्पाद या सेवा में ठोस बदलाव के कदम उठाए और कारोबार बढ़ाने के लिए निवेश किया। इसीलिए भारत के छोटे कारोबारी इस क्षेत्र में सबसे अधिक आविष्कार भावना रखने वाले माने गए हैं।’ सर्वे में शामिल 90 फीसदी ने कहा कि वे इस वर्ष नए उत्पाद, प्रक्रिया या सेवा की शुरुआत कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ज्यादा निवेश
रिपोर्ट में कहा गया है कि अपनी आविष्कारक संस्कृति के अनुरूप भारत के छोटे कारोबारी टेक्नोलॉजी में निवेश कर रहे हैं और इसमें उनकी सफलता दर बहुत ऊंची है। 80 प्रतिशत स्थानीय कारोबारियों ने टेक क्षेत्र में निवेश किया, जिससे उनके मुनाफे में वृद्धि हुई। जबकि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ऐसा करने वाले कारोबारियों का औसत 54 प्रतिशत रहा। इसमें कहा गया है कि भारतीय छोटे कारोबारी ऑनलाइन बिक्री में भी अग्रणी हैं। यहां 83 प्रतिशत कारोबारियों ने अपने कुल राजस्व में कम से कम दस फीसदी हिस्सा ऑनलाइन बिक्री के जरिए कमाया।
सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने दिया सुझाव
सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने इस क्षेत्र को और बल देने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। उसने कहा है कि विशेष ऋण से जुड़ी पूंजी सब्सिडी योजना से नई टेक्नोलॉजी अपनाने और बाहरी पूंजी की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने भारत के छोटे कारोबारियों को सलाह दी है कि वे टेक्नोलॉजी में निवेश करना और आविष्कार करना जारी रखें, इसके लिए पेशेवर परामर्श लें, साइबर सिक्योरिटी पर ध्यान दें, और सिर्फ तभी कर्ज लें जहां उन्हें भरोसा हो कि उसके निवेश से उन्हें पक्का मुनाफा होगा।