सीधी जिले में बिजली विभाग की मनमानी बिना मीटर रीडिंग प्रतिमाह 1500 आ रहा बिजली बिल

बिना रीडिंग लिए दे रहे बिजली बिल मनवारी के आदिवासियों ने बिजली जलाने से किया इनकार, बोले- मनमाने बिल आने से समस्या  

आदिवासी अंचल में बिजली बिल में मनमानी देखने को मिल रही है। ग्रामीणाें ने इसकी शिकायत कंपनी के कार्यालय में की है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि घर बैठे मीटर रीडिंग ली जा रही है। आदिवासियों को मनमाने बिजली के बिल थमाए जा रहे हैं।

जिले के कुसमी आदिवासी अंचल के ग्राम पंचायत नोढिया देवार्थ के बनवारी गांव से के आदिवासियों ने यह आरोप लगाते हुए बिजली जलाने से इनकार कर दिया है। बिजली कटवाने के लिए वाहन की व्यवस्था कर सोमवार को मड़वास जेई के पास पहुंचे। उन्होंने कहा है कि हमारी बिजली काट दी जाए।

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ग्रामीण सरीमन ने बताया कि हमें 1500-1800 रुपए प्रतिमाह बिजली का बिल दिया जा रहा है। हमारी इतनी कमाई ही नहीं है। अब हम बिजली का उपयोग करें या अपने परिवार का पेट भरें। हम जंगल के लोग हैं, जंगल पर ही आश्रित रहते हैं।

मड़वास जेई मनीष सिंह पटेल ने बताया कि हमारे पास कुसमी से ग्रामीण आए थे, वह बिजली काटने की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि हमें बिजली का बिल ज्यादा आता है और रीडिंग समय पर नहीं ली जाती है। हम इसकी जांच कराएंगे। उनकी शिकायत सही होगी तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी 

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