सीधी मेले में चाट फुल्की खाकर 150 से अधिक लोग पहुंचे अस्पताल लड़ रहे जिंदगी और मौत से जंग

मेले में खाई चाट-फुल्की 150 से ज्यादा लोग बीमार सीधी में फूड प्वाइजनिंग से बेहोश होकर गिरे बच्चे और महिलाएं 

सीधी जिले में शनिवार को फूड प्वाइजनिंग से 150 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। जिनमें बच्चों और महिलाओं की संख्या ज्यादा है। सभी ने मेले में चाट-फुल्की खाई थी। जिसे खाने के आधे से एक घंटे बाद सभी की तबीयत बिगड़ गई। लोगों को चक्कर आने लगे और उल्टी होने लगी, वहीं कुछ लोग बेहोश होकर गिर गए। यह देख मेले में अफरा-तफरी मच गई। बीमारों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर नैकिन ले जाया गया। यहां अस्पताल में जगह कम होने पर 20 लोगों को रेफर किया गया है।

मामला रामपुर नैकिन जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत क्षेत्र खेड़ा में सोन नदी के पास का है। यहां संक्रांति का मेला लगा हुआ है। जिसमें शनिवार को बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। लोगों ने मेले में लगी दुकानों से चाट-फुल्की खाई। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों उन्हें रामपुर नैकिन ले गए। अचानक इतनी ज्यादा संख्या में मरीज आने से अस्पताल में बेड भी कम पड़ गए।

सभी मरीजों को एंबुलेंस से ले जाया गया अस्पताल 

मरीजों को 10 से ज्यादा 108 एंबुलेंस के जरिए रामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि बड़ी संख्या में लोग खुद भी अस्पताल पहुंचे।

क्षेत्रीय विधायक सरदिंदु तिवारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में हैं। मेडिकल की पूरी टीम ने बीमार लोगों को देखभाल ले लिया है। इधर प्रशासन का दावा है केवल 85 लोग अस्पताल लाए गए हैं, जबकि मौके पर संख्या डेढ़ सौ से अधिक है।

CMHO आई जे गुप्ता ने बताया कि हमारे यहां रामपुर में लगभग 85 लोग अभी बीमार है और बाकी 3 लोगों को रीवा रेफर किया जा चुका है। जबकि लोगों ने बताया कि लगभग 150 से ज्यादा लोग अभी भी रामपुर नैकिन मे भर्ती है।

नर्स-कम्पाउंडर समेत स्वीपर ने भी किया इलाज 

बीमारों में ग्राम पंचायत क्षेत्र कुआं, भीतरी, ममदर व झलवार के लोग ज्यादा है। मरीजों के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर डॉक्टरों की गैरमौजूदगी में वहां मौजूद नर्स और कम्पाउंडर के अलावा स्वीपर भी मरीजों के इलाज में जुट गए। मामले की जानकारी जैसे ही आसपास के क्षेत्र के लोगों को लगी वैसे ही समाजसेवी, पुलिस तथा जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए। सभी बीमार व्यक्तियों का इलाज जारी है।

यहां से बच्चे, बुजुर्ग महिलाओं सहित 20 लोगाें को रेफर किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि अभी हमारा फोकस उपचार करने पर है। बीमारों के बारे में कुछ समय बाद ही बता सकेंगे। अस्पताल में शाम 7.30 बजे से मरीजों का पहुंचना शुरू हुआ था। हालांकि डॉक्टर वहां रात करीब 9.30 बजे पहुंचे

पीड़ित बोले- अस्पताल में नहीं मिला कोई डॉक्टर 

बीमारों में से एक दीप्ति साहू ने बताया कि हमने घाट पर मेले में फुल्की चाट खाई थी। खाने के बाद हमने पानी पिया। फिर हमें चक्कर सा महसूस होने लगा और उल्टी भी हुई। आधे घंटे बाद मेरी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी, जिसके बाद मेरे पापा मुझे उठाकर यहां अस्पताल में लाए जहां मेरा इलाज चल रहा है।

अस्पताल में लाए गए 5 साल के शिवराम कोरी के पिताजी ने बताया कि वे पूरे परिवार के साथ खैरा घाट मेला आए थे। वहां हमने चाट फुल्की और फिर चाऊमीन खाया। इसके बाद उनकी पत्नी और 5 साल के बच्चे की तबीयत खराब हो गई।

108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन वह समय पर नहीं पहुंची तो मैं अपनी बाइक से दोनों को अस्पताल लाया। यहां डॉक्टर नहीं है, पर नर्स इलाज कर रही हैं।

पुलिस बोली- काबू में है स्थिति

समाजसेवी व वकील महेंद्र प्रताप शुक्ला ने बताया कि रामपुर में अबतक करीब डेढ़ सौ लोग पहुंच चुके हैं। जिनकी हालत खराब है। यहां एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं है। सभी नर्स व बाकी कर्मचारी इलाज कर रहे हैं, डॉक्टर एक भी दिखाई नहीं दे रहा है।

रामपुर नैकिन थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने बताया है कि यहां परिस्थितियां अभी काबू में हैं। कोई ज्यादा बीमार नहीं हुआ है। हम सबकी मदद कर रहे हैं, डॉक्टर की टीम अपना काम कर रही है। कुछ लोगों को रेफर भी किया गया है।

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