Sidhi Serial Rape Case : सीरियल रेप केस में पीड़ितों की भयावह पीड़ा के दृश्य आपके रोंगटे खड़े कर देंगे। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीरियल रेप की शिकार महिलाओं ने उस रात की दर्दनाक कहानी बताई। जिसमें आरोपियों के दो चेहरे सामने आए, पहला मैडम बनकर लड़कियों को फंसाना और फिर लड़का बनकर ले जाता था। वहीं स्थानीय लोगों के मुताबिक बृजेश मड़वास स्थित अपने ससुराल में रहता था। जिस घर में घटना घटी, उससे कुछ दूरी पर एक जर्जर घर में उसने अपना ठिकाना बनाया था, जहां अपने दोस्तों के साथ नशा करता था और घर के बाहर 4-5 बाइकें खड़ी रहती थी।
आरोपी कैसे करता था दुष्कर्म का प्लान ?
17 साल की युवती ने बताया की 15 अप्रेल को मामा की बेटी घर आई थी। जिसके फोन पर किसी महिला ने कहा की मझौली से अर्चना मैडम बोल रही हूं, तुम 18 वर्ष की हो गई हो, इसलिए तुम्हारा पैसा आया है। मझौली आकर दस्तखत कर दो और पैसा ले जाओ। उसने कहा दुकान तक चलो और मैं उसके साथ गई। उसके बाद मेन रोड पर बाइक पर एक लड़का आया और कहा टिकरी में मैडम ने बुलाया है, वहीं काम होगा। रात के 8 बजे वह जंगल के सुनसान जर्जर मकान में ले गया। और कहने लगा जैसा कहता हूं, करो, नहीं तो जान से मार दूंगा। हमारा मोबाइल छीन लिया और हाथ बांधकर और 4 बार दुष्कर्म कर रात 1 बजे हमें सूने स्थान में छोड़ दिया तो पूरी रात 35 किमी पैदल चलकर घर लौटी।
5 बार दुष्कर्म कर आरोपी ने सड़क पर छोड़ा
वहीं सिंगरौली की 21 वर्षीय बीए प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ 13 मई को घटना घटी थी। उस दिन शाम 4 बजे एक महिला ने कॉल की और बोली कॉलेज से अर्चना मैडम बोल रही हैं। तुम्हें छात्रवृत्ति नहीं मिली। आपकी फ़ाइल बन गई है। दस्तखत करना है। आधार कार्ड और फोटो साथ लेकर टिकरी आ जाइये। उसने मना करने पर कही पैसे बंद हो जायेंगे और फिर मैं उसकी बातों में आकर बस से टिकरी गई। तभी उसने हायर सेकेंडरी के पास एक लड़के को भेजा, जो हेलमेट और दस्ताने पहनकर आया और गिजवार रोड पर जंगल के घर में ले गया। उस समय 7 बज रहा था, जो मेरा 5 बार दुष्कर्म किया। उसके बाद मैंने मोबाइल फोन की रोशनी में उसका चेहरा देखा। उसी समय रात 11 बजे मेरा मोबाइल छीन लिया गया और मुझे सड़क पर छोड़ दिया। तब मैंने एक अजनबी घर में ठहरी और सुबह घर वापस लौटी।
कैसे प्रशासन को पता चला की युवक बनता है मैडम ?
इन मामलों में प्रशासन ने रविवार को कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति के अलावा, अपराध में तीन सह-अभियुक्तों के घरों को जमींदोज कर दिया गया। वहीं टिकरी पुलिस सहायता केंद्र के प्रभारी ASI प्रमोद तिवारी को लाइन अटैच कर दिया गया है। एसपी ने दूसरे मामले में अटैच करने की बात कही है। आरोपी के पास से लूटे गए 23 मोबाइल फोन जब्त किये गए, जिसमें से 7 पीड़ितों के हैं। ऐसे में आशंका है कि संक्रमितों की संख्या 25 से ज्यादा हो सकती है। इससे साफ हो गया कि मुख्य आरोपी एक साथ दो रूप धारण करता था। पहले वह वॉयस चेंजर ऐप के जरिए खुद को महिला की आवाज में अर्चना मैडम बताकर पीड़ितों से बात करता था और फिर लड़का बनकर उन्हें बाइक से लेने जाता था।