
Loksabha Election 2024: कांग्रेस ने रीवा लोकसभा सीट से पूर्व विधायक की पत्नी नीलम मिश्रा और सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा और शहडोल लोकसभा सीट से पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को मैदान में उतारने के बाद विंध्य की चार सीटों रीवा, सतना को टिकट दिया है सिद्धि, मैदान में है शहडोल की प्रतिद्वंद्विता अब काफी दिलचस्प हो गई है।
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उम्मीदवार उतारने में बीजेपी के नक्शेकदम पर चलते हुए कांग्रेस ने भी जातीय समीकरण साधने का काम किया है पिछले विधानसभा चुनाव में दिग्गजों को मैदान में उतारने की बीजेपी की रणनीति पर काम करते हुए कांग्रेस ने दो मौजूदा विधायकों और दो पूर्व विधायकों को टिकट दिया था।
जातीय समीकरण के लिहाज से रीवा लोकसभा सीट से जहां कांग्रेस ने ब्राह्मणों को लुभाने की कोशिश की, वहीं सतना सीट से सिद्धार्थ कुशवाह और सीधी सीट से कमलेश्वर पटेल के बहाने विंध्य क्षेत्र में ओबीसी और पटेल व कुशवाह समाज को बड़ा वोट मिला।
अपनी नजरें बैंक पर सेट करें जहां फुंदेलाल सिंह ने मार्को की आड़ में आदिवासी वोट बैंक को भुनाने की कोशिश की गौरतलब है कि कांग्रेस के अब तक घोषित लोकसभा प्रत्याशियों में नीलम मिश्रा पूरे मध्य प्रदेश की एकमात्र महिला प्रत्याशी हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो नीलम मिश्रा 2013 में बीजेपी के टिकट पर सेमरिया विधायक चुनी गई थीं उनके पति अभय मिश्रा 2008 में बीजेपी के टिकट पर सेमरिया से विधायक चुने गये थे हालांकि, 2018 में दोनों पति-पत्नी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए।
इसके बाद 2023 में अभय मिश्रा फिर से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए कुल मिलाकर नीलम मिश्रा और उनका परिवार रीवा की राजनीति में स्थापित है इस बार नीलम मिश्रा दो बार के बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
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