Drugs case worth Rs 5,600 crore : दिल्ली में पकड़ी गई ड्रग्स को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ मोदी सरकार ‘नशामुक्त भारत’ के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है, वहीं दूसरी तरफ उत्तर भारत में जब्त की गई 5.6 अरब रुपये की ड्रग्स की खेप में कांग्रेस के एक प्रमुख सदस्य की संलिप्तता बेहद खतरनाक और शर्मनाक है।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार को आरोप लगाया कि 5.6 करोड़ रुपये के मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित जब्ती मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी को भारतीय युवा कांग्रेस की दिल्ली इकाई के सूचना का अधिकार (आरटीआई) प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बताया गया है।
इससे पहले पुलिस ने यह भी कहा था कि मुख्य आरोपी के एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के नेताओं के साथ कथित संबंध पाए गए हैं। भारत और विदेश के लगभग एक दर्जन लोग कथित तौर पर एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह में शामिल थे जो पश्चिम एशियाई देशों से भारत में प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी करते थे।
इसे लेकर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासन में ड्रग्स से पंजाब, हरियाणा और समग्र उत्तर भारत में युवाओं का जो हाल हुआ, वह सभी ने देखा है। मोदी सरकार युवाओं को खेल, शिक्षा और इनोवेशन की ओर ले जा रही है, तो वहीं कांग्रेस उन्हें ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है। कांग्रेस नेता द्वारा अपने राजनीतिक रसूख से युवाओं को ड्रग्स के दलदल में झोंकने का जो पाप किया जाना था, उन इरादों को मोदी सरकार कभी पूरा नहीं होने देगी। हमारी सरकार, ड्रग्स के कारोबारियों का राजनीतिक पद या कद देखे बिना, ड्रग्स के पूरे तंत्र का विनाश कर ‘नशामुक्त भारत’ बनाने के लिए संकल्पित है।
क्या है पूरा मामला?
बुधवार को, पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के महिपालपुर में एक गोदाम से 560 किलोग्राम से अधिक कोकीन और 40 किलोग्राम “हाइड्रोपोनिक मारिजुआना” जब्त किया। इसकी अनुमानित कीमत करीब 5,620 करोड़ रुपये थी। मामले में स्पेशल ब्रांच ने चार लोगों – दिल्ली निवासी तुषार गोयल (40), हिमांशु कुमार (27) और औरंगजेब सिद्दीकी (23) और मुंबई निवासी भरत कुमार जैन (48) को गिरफ्तार किया। पुलिस ने गोदाम में बैग में रखी 602 किलो से ज्यादा नशीली दवाएं भी जब्त कीं।