बैकुंठपुर में मवेशी चराने गए बुर्जूग व खेत से लौट रही महिला आई आकाशीय बिजली की चपेट में, गुढ़ में युवक की गई जान
बैकुंठपुर में मवेशी चराने गए बुर्जूग व खेत से लौट रही महिला आई आकाशीय बिजली की चपेट में, गुढ़ में युवक की गई जान
रीवा जिले में अलग-अलग जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। सूत्रों की मानें तो पहला हादसा गुढ़ थाना क्षेत्र के बांधी गांव में हुआ। यहां खेत में कार्य करते समय बिजली गिरी। जिसमे एक श्रमिक की मौके पर मौत हो गई। वहीं दूसरा हादसा बैकुंठपुर इलाके के तिलखन गांव में हुआ। जहां खेत से लौट रही महिला गाज गिरने से दम तोड़ दी है।
इसी तरह बैकुंठपुर क्षेत्र के बगढा गांव में तीसरी दुर्घटना हुई। वहां मवेशी चराने गया बुर्जूग बिजली की चपेट में आ गया है। तीनों ही मामलों में संबंधित पुलिस ने मर्ग कायम कर लाश संजय गांधी अस्पताल भेजवा दी है। एसजीएमएच में पंचनामा कार्रवाई के बाद मर्ग कायम किया जाएगा। इसके बाद मंगलवार की दोपहर पीएम उपरांत शव परिजनों को दिया जाएगा।
केस-1: खेत में गिरी बिजली
गुढ़ पुलिस से मिली जानकारी के अुनसार सोमवार की दोपहर करीब 2 बजे रिमझिम बारिश का दौर चल रहा था। इसी बीच बांधी गांव में गाज गिरी। ऐसे में गोरेलाल कोल पुत्र रामनिवास (40) चपेट में आ गया। दावा है कि मृतक खेत गया था। लेकिन काल के गाल में समा गया।
केस-2: अहरी से लौट रही थी महिला
बैकुंठपुर थाना प्रभारी निरीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे सुखबरीया कोल पति रमेश्वर कोल (60) निवासी ऊचा टोला गांव तिलखन की बिजली गिरने से मौत हो गई है। वह अहरी स्थित खेत से गांव लौट रही थी। इसी बीच गाज गिरने से दम तोड़ दी।
केस-3: मवेशी बाल-बाल बचे, पशु पालक की मौत
सोमवार की दोपहर करीब 3.30 बजे हरि प्रसाद तिवारी पुत्र रामनाथ तिवारी (58) निवासी बगढा मवेशी चराने गया था। दावा है कि बारिश आते ही पशु पालक घर की ओर मवेशी लेकर चल दिया। लेकिन इसके पहले ही गाज गिरी। जहां मवेशी तो बाल-बाल बच गए। पर मालिक की मौत हो गई।
4 बकरियों के मरने की खबर
थाना प्रभारी ने बताया कि सोमवार की शाम 5 बजे तिलखन गांव में एक दूसरी जगह पर बिजली गिरने की खबर आई है। सूचनाकर्ता ने दावा किया है कि उसकी चार बकरियां मर गई है। बता दें कि सोमवार की दोपहर रीवा जिले में रिमझिम बारिश का दौर चल रहा था। इसी बीच आसमान में गर्जना हुई। जिससे तीन लोग और चार बकरियां काल के गाल में समा गए।