मऊगंज

हिंसा की खबरों के बीच चमका मऊगंज: सीएम हेल्पलाइन में बना प्रदेश का नंबर वन जिला

मऊगंज की ऐतिहासिक छलांग सीएम हेल्पलाइन में प्रदेश में पहला स्थान, बना बदलाव की मिसाल

जब देशभर में विवाद और हिंसा की घटनाएं सुर्खियों में बनी हुई हैं, ऐसे समय में मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले से आई एक सकारात्मक और प्रेरणादायक खबर ने सबका ध्यान आकर्षित किया है। हाल ही में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की विभागीय निराकरण रैंकिंग में मऊगंज ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त कर लिया है। यह सिर्फ एक प्रशासनिक उपलब्धि नहीं, बल्कि जनता के विश्वास और अच्छे प्रशासन की जीत है।

कुछ समय पहले तक मऊगंज जिले की स्थिति औसत से भी नीचे थी। समग्र रैंकिंग में यह जिला 55वें स्थान पर था। लेकिन मार्च 2025 में इस जिले ने न सिर्फ विभागीय निराकरण में पहला स्थान प्राप्त किया, बल्कि समग्र रैंकिंग में भी 50 स्थानों की जबरदस्त छलांग लगाते हुए पांचवें पायदान पर पहुंच गया। यह बदलाव किसी चमत्कार से कम नहीं है और इसके पीछे है प्रशासनिक टीम की निरंतर मेहनत और दूरदर्शिता।

लाडली बहनों के पास है 11 लाख रुपए जीतने का शानदार मौका,बस करना होगा यह काम

इस उपलब्धि का श्रेय मुख्य रूप से मऊगंज के कलेक्टर संजय कुमार जैन को जाता है, जिनके नेतृत्व में प्रशासन ने पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसेवा को प्राथमिकता दी। कलेक्टर ने सभी विभागों को एकजुट कर, एक स्पष्ट लक्ष्य के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया। विशेषकर पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी, संयुक्त कलेक्टर राजेश मेहता, ई-गवर्नेंस सेल और अन्य विभागों ने नागरिकों की शिकायतों के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान में अहम भूमिका निभाई।

राजस्व, स्कूल शिक्षा, परिवहन और उद्यानिकी जैसे विभागों में शिकायतों के समाधान की प्रक्रिया को न केवल तेज किया गया, बल्कि उसमें मानवीय संवेदनशीलता और तकनीकी दक्षता का समावेश भी किया गया। नियमित समीक्षा बैठकें, जनसुनवाई कार्यक्रम, डिजिटल मॉनिटरिंग और कर्मचारियों की जवाबदेही तय करने जैसी पहलों ने प्रशासन की कार्यशैली में नयापन और गतिशीलता लाई।

एमपी में प्रशासनिक भूकंप: 35 जनपद सीईओ का तबादला, बड़े अफसर पहुंचे छोटे पदों पर

कलेक्टर संजय कुमार जैन ने इस अवसर पर कहा, “यह उपलब्धि केवल रैंकिंग की नहीं, बल्कि जनता और शासन के बीच विश्वास की पुनर्स्थापना की है। यह मऊगंज की जनता, अधिकारियों और कर्मचारियों की सामूहिक मेहनत का परिणाम है। हम भविष्य में भी इसी समर्पण और सेवा भाव से कार्य करते रहेंगे।

मऊगंज जिले की यह सफलता प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणा है। यह साबित करता है कि यदि इच्छाशक्ति हो, नेतृत्व स्पष्ट हो, और टीम एकजुट होकर कार्य करे, तो कोई भी जिला बदलाव की मिसाल बन सकता है। ऐसे समय में जब नकारात्मक खबरें माहौल को निराशा से भर देती हैं, मऊगंज का यह उदाहरण समाज में नई उम्मीद जगाता है और दर्शाता है कि अच्छी नीतियां और ईमानदार प्रशासन क्या कुछ कर सकता है।

समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button