CMO और सिविल सर्जनों के तबादले: मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य प्रशासन में बड़ा फेरबदल
मध्यप्रदेश में 41 सीएमओ और सिविल सर्जनों का तबादला, भोपाल-इंदौर सहित कई जिलों में नए अधिकारी नियुक्त, पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम

मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के स्वास्थ्य प्रशासन में बड़ा बदलाव करते हुए 41 मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) और सिविल सर्जनों के तबादले कर दिए हैं। यह फेरबदल उन अधिकारियों को हटाने के लिए किया गया है जो वर्षों से एक ही जिले में पदस्थ थे, जिससे प्रशासनिक निष्पक्षता और सेवा वितरण में सुधार लाया जा सके।
भोपाल और इंदौर में बड़ा बदलाव
राजधानी भोपाल में डॉ. प्रभाकर तिवारी को उनके पद से हटाकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) में भेजा गया है। वे पिछले 5 वर्षों से भोपाल के CMO पद पर कार्यरत थे। उनकी जगह डॉ. मनीष शर्मा को नया CMO नियुक्त किया गया है, जो ग्वालियर में उप संचालक के पद पर पदस्थ थे और क्षयरोग (TB) विशेषज्ञ भी हैं।
इसी तरह इंदौर में भी सीएमओ पद पर बदलाव किया गया है। इन नियुक्तियों का उद्देश्य है—स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और प्रभावशीलता लाना।
इन जिलों में भी हुए तबादले
नए सीएमओ निम्न जिलों में भी नियुक्त किए गए हैं:
सिवनी
धार
छतरपुर
शाजापुर
नरसिंहपुर
राजगढ़
इसके अलावा, कई संभागीय संयुक्त संचालकों (Joint Directors) का भी तबादला किया गया है, जिससे मंडल स्तर पर भी नेतृत्व संतुलित और प्रभावी हो सके।
तबादलों के पीछे मुख्य कारण
सरकार ने यह कदम निम्नलिखित कारणों से उठाया है
एक ही जिले में वर्षों से कार्यरत अधिकारियों का रोटेशन
स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लक्ष्यों को तेजी से पूरा करना
जिलों को नया और ऊर्जावान नेतृत्व देना
यह फेरबदल प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने और आम जनता तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। सरकार का उद्देश्य स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में दक्षता और जवाबदेही लाना है, ताकि आम जनता को समय पर और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिल सकें।