भोपाल जंगलों में गायब हुआ टाइगर परिवार: हाई रेजोल्यूशन कैमरों से खोज में जुटा वन विभाग
भोपाल के जंगलों में एक टाइगर और दो शावक एक माह से लापता, हरियाली के कारण कैमरों में नहीं आ रहे नजर, ई-सर्विलांस से चल रही तलाश

भोपाल के पास फैले वन क्षेत्र में एक टाइगर और उसके दो शावक बीते एक माह से कैमरों में नजर नहीं आए हैं। मानसून की वजह से घनी हरियाली बढ़ गई है, जिससे वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है। कोलार, कलियासोत और समरधा क्षेत्र के रास्ते बंद हैं, वहीं वन विभाग हाई रेजोल्यूशन कैमरों की मदद से इनकी तलाश में जुटा है।
वन विभाग का दावा है कि समरधा वन क्षेत्र में अभी कुल 25 बाघ हैं, जिनमें 17 शावक शामिल हैं। इनकी सुरक्षा और निगरानी के लिए करीब 4 करोड़ रुपये की लागत से ई-सर्विलांस सिस्टम तैयार किया गया है, जिसका मुख्यालय केरवा में स्थित है। इस सिस्टम की मदद से टाइगर मूवमेंट पर नज़र रखी जा रही है, लेकिन बरसात और घनी हरियाली के चलते कैमरे सही से काम नहीं कर पा रहे हैं।
बाउंड्री फेंसिंग में सुधार से अवैध प्रवेश पर रोक
वन विभाग ने बताया कि जंगलों में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए बाउंड्री की मरम्मत कराई गई है। खासतौर पर कलियासोत इलाके में जहां कई स्थानों पर लोहे की बाड़ टूटी हुई थी, उन्हें ठीक किया गया है।
गौरतलब है कि जनवरी 2025 में कोलार के चंदनपुरा क्षेत्र में मॉर्निंग वॉक के दौरान एक टाइगर दिखा था, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
खोज जारी, सावधानी जरूरी
फिलहाल टाइगर और उसके शावकों की तलाश जारी है। वाहन मार्गों के बंद होने और हरियाली बढ़ने से फुटेज मिलना कठिन हो रहा है, लेकिन वन विभाग अपनी निगरानी व्यवस्था को और मजबूत कर रहा है। नागरिकों से अपील है कि जंगलों में अनधिकृत प्रवेश से बचें और किसी भी बाघ की गतिविधि दिखने पर तुरंत वन विभाग को सूचना दें।