रीवा में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: तहसील बाबू रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
जमीन के नक्शा तरमीम कराने के नाम पर मांग रहा था रिश्वत, लोकायुक्त टीम ने किया ट्रैप ऑपरेशन सफल

रीवा: रीवा जिले में सोमवार को लोकायुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। रायपुर कर्चुलियान तहसील कार्यालय में कार्यरत बाबू देवेंद्र साकेत को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया। आरोपी बाबू फरियादी से जमीन का नक्शा तरमीम कराने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था।
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार ने बताया कि फरियादी चंद्रकांत पाण्डेय (48) निवासी ग्राम सिरखिरी ने शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादी ने बताया कि तहसील कार्यालय का बाबू उससे जमीन संबंधी कार्य निपटाने के लिए 2,000 रुपये की रिश्वत मांग रहा था। शिकायत दर्ज होते ही लोकायुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित जांच और सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की।
शिकायत की पुष्टि होने पर टीम ने ट्रैप की योजना बनाई। सोमवार को तय योजना के अनुसार लोकायुक्त की टीम रायपुर कर्चुलियान तहसील कार्यालय पहुंची और बाबू देवेंद्र साकेत को फरियादी से 2,000 रुपये लेते ही पकड़ लिया। टीम ने मौके पर ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और रिश्वत की रकम को बरामद कर लिया।
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लोकायुक्त अधिकारियों ने जानकारी दी कि शिकायत 29 अगस्त 2025 को दर्ज की गई थी। इसके बाद आवेदन और सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कर एक विशेष टीम गठित की गई थी। लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि तहसील कार्यालय में कामकाज के लिए आम नागरिकों से अवैध रूप से पैसों की मांग की जाती है। इस पर लोकायुक्त टीम लगातार नजर बनाए हुए थी।
कार्रवाई सफल होने के बाद आरोपी बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी सरकारी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
रीवा जिले में हुई इस कार्रवाई से तहसील कार्यालयों और सरकारी दफ्तरों में फैले भ्रष्टाचार पर बड़ा संदेश गया है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अक्सर जमीन संबंधी कामकाज के लिए तहसील कार्यालयों पर निर्भर रहते हैं और कई बार रिश्वत की मांग से परेशान होते हैं। लोकायुक्त की इस कार्रवाई से आम जनता को उम्मीद जगी है कि अब ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि पारदर्शी शासन और ईमानदार प्रशासन की दिशा में लोकायुक्त की भूमिका अहम है। लोगों से अपील की गई है कि यदि उनसे भी किसी तरह की रिश्वत की मांग की जाती है तो वे तत्काल इसकी शिकायत करें।