सीधी जिले में हुआ बड़ा खेल पढ़ा रहा कोई और वेतन ले रहा कोई और जिम्मेदार बने गांधारी।
सीधी जिले का नाम सीधी जरूर है लेकिन यहां पर हर काम उल्टा ही होता है और यह आए दिन सुर्खियों में बना रहता है जिसकी बानगी शिक्षा विभाग में देखने को मिली है जहां सरकारी शिक्षिका कभी विद्यालय नहीं आती हैं और अपने स्थान पर एक स्थानीय महिला को₹5000 देकर खुद आराम फरमाती हैं।
दरअसल यह पूरा मामला सीधी जिले के जनपद शिक्षा केंद्र सिहावल से महज 2 किलोमीटर दूर शिक्षा गारंटी प्राथमिक शाला रामपुर बलियार का है जहां पर कुल छात्र संख्या 18 है और वहां पर दो सरकारी शिक्षक मौजूद हैं हेड मास्टर के रूप में शेषमणि केवट तथा एक और सरकारी शिक्षिका सुलक्षणा तिवारी है जो विद्यालय में महीने में एक से दो दिन आती हैं और महीने भर का रजिस्टर में सिग्नेचर करके चली जाती है इस बात को पुख्ता किसी और ने नहीं बल्कि स्कूल के हेड मास्टर बच्चे एवं शिक्षिका ने की है।
₹5000 मिलता है प्रतिमाह
शासकीय शिक्षिका सुलक्षणा तिवारी के स्थान पर पढ़ा रही स्थानीय महिला कविता कोल ने जानकारी देते हुए बताया कि सुलक्षणा तिवारी के द्वारा मुझे ₹5000 प्रति माह दिया जाता है और उनकी जगह पर मैं बच्चों को पढ़ाती हूं मैडम कभी-कभी स्कूल आती हैं।
बच्चों ने कहा सिर्फ एक शिक्षक को हम जानते हैं
कक्षा 5 में पढ़ने वाली छात्रा तपस्या कोल ने बताया कि मैं सिर्फ एक शिक्षक को जानती हूं मैडम जी कभी नहीं आती है, वही कक्षा तीन में पढ़ने वाला छात्र आदित्य कोल ने कहा कि मैडम जी को मैं नहीं जानता शेषमणि केवट को जानता हूं मैडम जी नहीं आती है। इसी तरह से कक्षा 5 में पढ़ने वाले छात्र शिवम कोल ने भी बताया।
4 नवंबर को आखिरी बार विद्यालय पहुंची थी मैडम
जब हमारे द्वारा रिकॉर्ड देखा गया तो उसमें पाया गया की 4 नवंबर 2024 को विद्यालय में आखिरी बार मैडम आई थी और तब से लेकर आज तक लगातार अनुपस्थित है वहीं वह विद्यालय में क्यों अनुपस्थित रहती हैं और अपने जगह पर किसी दूसरे को पढ़ने के लिए क्यों नियुक्त की हुई है यह समझ से परे है।
जानकारी देने से बचते रहे हेडमास्टर
वही इस संबंध में जब हमारे द्वारा स्कूल के हेड मास्टर शेषमणि केवट से जानकारी चाही गई तो पहले वह कैमरे के सामने बोलने से बचते रहे और अंतिम में कहा कि वह विद्यालय कभी-कभी आती हैं सिग्नेचर करके चली जाती हैं।
जिस तरह से इस विद्यालय में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ऐसी स्थिति में सरकार के द्वारा बच्चों को शिक्षित करने के लिए शिक्षा के अधिकार की भी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है और यह भी कहना बड़ी बात नहीं होगी कि इस पूरे मामले में विकासखंड समन्वयक से लेकर हेड मास्टर तक शामिल है।
वही इस पूरे मामले को लेकर जो हमारे द्वारा विकासखंड अकादमी समन्वयक सिहावल मुन्नालाल सकेत से बयान लेने का प्रयास किया गया तो वह टालमटोल करते हुए नजर आए तथा कैमरे के सामने कुछ भी नहीं बोल सके।
यह बेहद ही गंभीर विषय है बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है हमें इसकी पारिदर्शी रूप से जांच करवाएंगे और जितने भी लोग दोषी होंगे सभी के खिलाफ वैधानिक व कठोर कार्यवाही की जाएगी।
विष्णु प्रसाद पांडेय, सहायक परियोजना समन्वयक (APC)सीधी