मध्यप्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल: चार जिलों के कलेक्टर बदले, कई अफसरों को नई जिम्मेदारी
प्रशासनिक हलचल के तहत उज्जैन, विदिशा, हरदा और अशोकनगर के कलेक्टरों की बदली गई जिम्मेदारी, कई वरिष्ठ अधिकारियों को नई भूमिकाएं सौंपी गईं।

मध्यप्रदेश में प्रशासनिक स्तर पर एक बड़ा बदलाव किया गया है। राज्य सरकार ने नौ आईएएस अधिकारियों के तबादले करते हुए कई जिलों के कलेक्टरों को बदला है। इस बदलाव की सबसे बड़ी झलक चार जिलों में देखने को मिली है, जहां नए कलेक्टरों की नियुक्ति की गई है। उज्जैन, विदिशा, हरदा और अशोकनगर जैसे प्रमुख जिलों में नए प्रशासनिक चेहरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
चार जिलों को मिले नए कलेक्टर
अशोकनगर जिले की कमान अब आदित्य सिंह के हाथों में होगी।
हरदा के नए कलेक्टर सिद्धार्थ जैन बनाए गए हैं।
विदिशा जिले की जिम्मेदारी अंशुल गुप्ता को दी गई है।
उज्जैन का प्रशासन अब रौशन कुमार सिंह संभालेंगे।
अन्य प्रशासनिक नियुक्तियां
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को सिंहस्थ मेला, उज्जैन का मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है और यह एक अतिरिक्त प्रभार के रूप में उन्हें सौंपा गया है। वहीं, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बसंत कुर्रे को श्रम विभाग में अपर सचिव बनाया गया है।
नीति और सुशासन संस्थानों में भी बदलाव
जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा को अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल का सीईओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इसी संस्थान के संचालक का अतिरिक्त दायित्व ऋषि गर्ग, सदस्य सचिव राज्य योजना आयोग को सौंपा गया है।
यह बदलाव शासन के प्रशासनिक ढांचे को और मजबूत बनाने तथा विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से किए गए हैं। आने वाले समय में इन नए अधिकारियों की भूमिका अहम साबित हो सकती है।