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मध्यप्रदेश में एक और पुलिसकर्मी की हत्या: महिला विवाद सुलझाने गांव में आए हेड कांस्टेबल की निर्मम हत्या

इस घटना ने न सिर्फ गांव को स्तब्ध किया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि वर्दीधारी भी अपने ही समाज में सुरक्षित नहीं। एक क्षणिक विवाद ने एक ज़िंदगी छीन ली और कई जिंदगियों को बर्बाद कर दिया।

एक शांत गांव की सुबह उस वक्त दहल गई जब ग्रामीणों ने कुछ संदिग्ध युवकों को कार में शव ले जाते हुए देखा। यह शव किसी आम नागरिक का नहीं, बल्कि एक कर्तव्यनिष्ठ प्रधान आरक्षक गुलाब सिंह पंवार का था, जो अपने ही गांव छुट्टी पर आए हुए थे। यह दिल दहला देने वाली वारदात रतलाम जिले के रिंगनोद थाना क्षेत्र में सोमवार को सामने आई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह कुछ युवक एक शव को कार में लेकर रुपनिया डैम की ओर बढ़ रहे थे। गांव के चौकीदार ने उन्हें संदिग्ध हालात में देखा और शक होने पर शोर मचाया। घबराए युवक कार से भागने लगे, लेकिन कार बीच रास्ते में खराब हो गई। इससे पहले कि वे पैदल भाग पाते, ग्रामीणों ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। जब कार की तलाशी ली गई तो उसमें प्रधान आरक्षक गुलाब सिंह का शव मिला

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गुलाब सिंह की पहचान और पृष्ठभूमि

गुलाब सिंह पंवार उज्जैन जिले के डाबड़िया राजपूत गांव के निवासी थे और वर्तमान में देवास में 32वीं बटालियन में प्रधान आरक्षक के रूप में तैनात थे। वे हाल ही में छुट्टी लेकर गांव आए थे और रविवार सुबह खेत पर जाने की बात कहकर निकले थे, लेकिन रात तक घर नहीं लौटे।

मृत्यु की वजह: एक महिला को लेकर उपजा विवाद

पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। हत्या में शामिल तीनों युवकों ने रविवार रात गुलाब सिंह के साथ पार्टी की थी। इसी दौरान विवाद तब बढ़ा जब गुलाब सिंह पर एक आरोपी की पत्नी को लेकर बुरी नजर रखने का आरोप लगा। गुस्से में आकर महिला का पति अपने दो साथियों के साथ मिलकर गुलाब सिंह पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर बैठा। बुरी तरह घायल होने के बाद गुलाब सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।

शव छुपाने की कोशिश और ग्रामीणों की सतर्कता

हत्या के बाद तीनों आरोपी शव को कार में डालकर रुपनिया डैम में ठिकाने लगाने निकले, लेकिन ग्रामीणों की सतर्कता से उनकी योजना नाकाम हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची, आरोपियों को हिरासत में लिया और गुस्साए ग्रामीणों को समझाइश देकर शांत कराया।

पुलिस की कार्रवाई जारी

पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है। जावरा एसडीओपी संतोष मालवीय ने पुष्टि की है कि मामले में महिला विवाद मुख्य वजह रहा है।

समाचार

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