सावधान मध्यप्रदेश! बाजार में घूम रहे हैं नकली 500 और 200 के नोट
देवास में नकली नोट छापने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, लाखों की जाली करेंसी जब्त, पांच आरोपी गिरफ्तार। जांच में खुलासे जारी, अपने नोट तुरंत जांचें।

अगर आपके पास 200 और 500 रुपये के नोट हैं, तो सावधान हो जाइए! हाल ही में देवास में नकली नोटों का एक बड़ा गिरोह पकड़ा गया है, जो बाजार में जाली करेंसी चला रहा था। पुलिस ने इस गिरोह से अब तक 16 लाख रुपये से अधिक के नकली नोट बरामद किए हैं।
देवास के सोनकच्छ इलाके में पुलिस ने छापा मारकर एक घर को पकड़ा, जो असल में नकली नोट छापने की फैक्ट्री बना हुआ था। इस कार्रवाई में 500-500 रुपये के नकली नोटों की गड्डियां मिली हैं, जिनकी कुल कीमत 15.41 लाख रुपये आंकी गई है।
देवास के एसपी पुनीत गेहलोद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपियों के पास से नोट छापने के लिए उपयोग में लाया जा रहा लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनिंग पेटी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं। फिलहाल पुलिस ने कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से चार देवास जिले के रहने वाले हैं और एक बुरहानपुर का निवासी है।
इस गिरोह का पर्दाफाश उस समय हुआ जब चेकिंग के दौरान दो युवकों — सचिन नागर और शुभम वर्मा — की गतिविधियाँ संदिग्ध पाई गईं। तलाशी में उनके पास से 1.96 लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए। पूछताछ में उन्होंने राज खोला कि उनका दोस्त राजकुमार मालवीय अपने
घर पर नकली नोट छापता है, वहां से पुलिस ने राजकुमार और उसके साथी सुनील पाटिल को भी गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 13.25 लाख रुपये के 500 रुपये वाले नकली नोट मिले, साथ ही कुछ अधछपे नोट भी बरामद हुए हैं।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह गिरोह कितने समय से सक्रिय था और नकली नोट किन-किन इलाकों में खपाए गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि लाखों रुपये की जाली करेंसी बाजार में खपाई जा चुकी है। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे नकली नोटों को पहचानने के तरीके समझें और किसी भी संदिग्ध नोट की सूचना तुरंत पुलिस को दें।