CM डॉ. मोहन यादव ने कहा “आज नहीं तो कल काबुल भी हमारा होगा”
मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने शनिवार शाम काबुली चना ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रथम वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इसमें देशभर से 500 से ज्यादा काबुली चने के व्यापारी जुटे थे। जहां उन्होंने कहा ‘इसका नाम भले ही काबुल से जुड़ा हो, लेकिन हमारे लिए यह इंदौरी चना है। आज नहीं तो कल काबुल भी हमारा होगा।
व्यापारियों ने इस उत्पाद की स्टॉक सीमा हटाने के प्रयासों में समर्थन देने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। केंद्र सरकार ने महंगाई पर काबू पाने के लिए काबुली चने के स्टॉक को सीमा में रखा है। इसके बाद मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने के बाद व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। बाद में सरकार ने इंदौर के व्यापारियों के अनुरोध को स्वीकार करते हुए काबुली चने को आरक्षित सीमा से हटा दिया।
इसके बाद चने की कीमत में अच्छी बढ़ोतरी हुई। इस दौरान इलाके के कारोबारियों को करीब 100 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। पहली बार व्यवसायियों ने सम्मेलन का आयोजन किया। मुख्यमंत्री ने इंदौर के व्यापारिक समुदाय की भी सराहना की और कहा, इंदौर के नाम में शिक्षा, स्वास्थ्य का जिक्र होता है। व्यापार और वैभव मन में आते हैं।