मऊगंज में कल आएंगे CM मोहन यादव, पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना ने दी घेराव की चेतावनी
CM मोहन यादव 7 सितंबर को देवतालाब में जनसभा को करेंगे संबोधित, पूर्व विधायक ने कलेक्टर कार्यालय घेराव कर जताई नाराजगी

मऊगंज, रीवा। मऊगंज जिला इस समय राजनीतिक हलचल का केंद्र बना हुआ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 7 सितंबर को एक दिवसीय दौरे पर मऊगंज आने वाले हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री देवतालाब में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थल बहुती जलप्रपात का भी भ्रमण करेंगे। मुख्यमंत्री के इस दौरे को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और प्रशासन लगातार कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर रहा है।
हालांकि मुख्यमंत्री के इस दौरे से पहले ही जिले की राजनीति गर्मा गई है। मऊगंज के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना ने जिले की विभिन्न समस्याओं को लेकर बड़ा आंदोलन छेड़ दिया है।
हाल ही में उन्होंने अपने समर्थकों के साथ भारी संख्या में कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने जिले में व्याप्त समस्याओं जैसे सड़क की खराब हालत, पेयजल संकट, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और सरकारी योजनाओं में गड़बड़ियों को लेकर जमकर नारेबाजी की।
बन्ना ने साफ कहा कि जिले की जनता बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है। कई गांवों में सड़कें टूटी हुई हैं, बारिश के मौसम में आवागमन ठप हो जाता है।
स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, अस्पतालों में दवाइयां तक नहीं मिल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अमला अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम साबित हो रहा है।
पूर्व विधायक ने चेतावनी दी है कि अगर इन समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया तो वे मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान उनका घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को जिले की हकीकत दिखाना जरूरी है ताकि वह समझ सकें कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है।
इस चेतावनी के बाद से प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। पुलिस विभाग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। संभावित विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए अतिरिक्त बल तैनात किए जा रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मुख्यमंत्री का यह दौरा आगामी चुनावों के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है। ऐसे में पूर्व विधायक का यह विरोध सरकार के लिए चुनौती बन सकता है। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान माहौल शांतिपूर्ण बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी।
अब सबकी निगाहें 7 सितंबर पर टिकी हुई हैं जब मुख्यमंत्री मोहन यादव देवतालाब में जनता को संबोधित करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व विधायक अपने समर्थकों के साथ किस तरह से अपनी बात रखते हैं और क्या मुख्यमंत्री इस पर कोई ठोस घोषणा करते हैं। मऊगंज में कल सियासत का पारा चरम पर रहने की संभावना है।