
रीवा संभाग के मऊगंज जिले में बिजली विभाग से निकाले गए दर्जनों मीटर रीडर अब न्याय की गुहार लगाते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। विभागीय अधिकारियों द्वारा कथित रूप से मनमाने तरीके से हटाए जाने के विरोध में आज सभी मीटर रीडरों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए इच्छा मृत्यु की मांग की है।
मीटर रीडरों का आरोप है कि उन्हें बिना किसी ठोस कारण के सेवा से हटा दिया गया। अधिकारियों ने मनगढ़ंत आरोप लगाकर पचास से अधिक कर्मियों को काम से बाहर कर दिया, जबकि उनके स्थान पर नए मीटर रीडरों की नियुक्ति कर दी गई। इससे न सिर्फ उनके परिवारों की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है, बल्कि मानसिक तनाव भी चरम पर पहुंच चुका है।
मऊगंज में जल गंगा अभियान की लापरवाही पर 5 अफसरों का वेतन एक हफ्ते के लिए कटा
कई मीटर रीडर कमिश्नर कार्यालय के बाहर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं। लगातार उपेक्षा और अनदेखी के चलते कुछ की तबियत भी बिगड़ चुकी है। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें हटाकर अधिकारियों ने अपने चहेतों को नियमों को ताक पर रखकर नियुक्त कर लिया, जिसमें बड़े पैमाने पर पैसों का लेनदेन हुआ है।
ज्ञापन सौंपते हुए मीटर रीडरों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। उनका यह भी कहना है कि वे न्याय के लिए अंत तक लड़ाई लड़ते रहेंगे और यदि कोई विकल्प नहीं बचा, तो प्रशासन से इच्छा मृत्यु की स्वीकृति मांगी जाएगी।