सीधी एंबुलेंस मामले को लेकर उप मुख्यमंत्री बड़ा एकशन ….

सीधी में गर्भवती महिला को एम्बुलेंस सुविधा समय पर उपलब्ध न होने के मामले में कराने में उपमुख्यमंत्री  राजेन्द्र शुक्ल ने संज्ञान लिया है। उन्होंने सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी, सिविल सर्जन सीधी, जिला टीकाकरण अधिकारी तथा प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर विभागीय जांच संस्थित की गई है।

मामले में प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने कहा, “एम्बुलेंस सेवाओं पर भी कार्रवाई की गई है, क्योंकि फोन करने के बाद रिस्पांस टाइम जानना जरूरी है। एंबुलेंस समय पर क्यों नहीं पहुंची? सीएमएचओ और सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है कि ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई। सरकार बहुत संवेदनशील है, स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाया जा रहा है।

क्या है खबर ?

1 नवम्बर की रात्रि में गर्भवती महिला श्रीमती. उर्मिला रजक को अचानक पेट में दर्द हुआ, उनके पति ने रात 10:30 बजे से कई बार 108 एम्बुलेंस सेवा के कॉल सेंटर पर संपर्क किया।लेकिन गंभीर हालत होने के बावजूद जिले में उपलब्ध एम्बुलेंस सेवा को तत्काल नहीं सौंपा गया।

गर्भवती महिला को सीधी जिले में संचालित 108/जननी एम्बुलेंस के बजाय अन्य स्थान की एम्बुलेंस सौंपी गई, जो पहले से ही किसी अन्य केस में व्यस्त थी,एम्बुलेंस के आने में देरी होने के कारण गर्भवती महिला के पति को मजबूरन उसे हाथ रिक्शा से अस्पताल ले जाना पड़ा। रास्ते में ही महिला का प्रसव हो गया और नवजात की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।

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