डिप्टी सीएम ने शेयर किया गलत ट्रेन वीडियो, कर्नाटक का क्लिप बताया रीवा-सिंगरौली का
राजेन्द्र शुक्ला ने सोशल मीडिया पर जिस ट्रेन ट्रायल वीडियो को विंध्य विकास की रफ्तार बताया, वो दरअसल कर्नाटक का निकला; ट्रोल होने पर पोस्ट हटाया, जवाब नहीं मिला।

मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट को लेकर विवादों में आ गए हैं। उन्होंने 8 जून को सुबह 11:36 बजे ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक तेज़ रफ्तार ट्रेन का वीडियो साझा किया और दावा किया कि यह रीवा-सिंगरौली रेलमार्ग पर WDP-4D इंजन के सफल ट्रायल का दृश्य है। उन्होंने इसे विंध्य क्षेत्र के विकास की रफ्तार बताया।
लेकिन कुछ ही देर में इंटरनेट यूजर्स ने इस दावे की सच्चाई सामने ला दी। वीडियो असल में मध्य प्रदेश का नहीं बल्कि कर्नाटक के गडग-वाडी रेल सेक्शन का था, जिसे “The Railway Explorer” नाम के यूट्यूब चैनल पर मार्च 2024 में अपलोड किया गया था।
यह खुलासा होते ही सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम को ट्रोल किया जाने लगा। लोगों ने सवाल उठाया कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे नेता द्वारा बिना सत्यापन के झूठा वीडियो क्यों शेयर किया गया?
इस विवाद के बढ़ने के बाद राजेन्द्र शुक्ला ने वह पोस्ट ‘एक्स’ से डिलीट कर दी। हालांकि, अब तक उनकी तरफ से कोई माफ़ी या स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है।
यह मामला न केवल राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सोशल मीडिया पर किसी भी आधिकारिक बयान या दावे से पहले तथ्य जांचना कितना ज़रूरी है। एक छोटी सी लापरवाही से प्रशासनिक छवि पर बड़ा असर पड़ सकता है।