मध्य प्रदेश के सभी कॉलेजों में अब E-Attendance अनिवार्य – निशांत वरवडे

E-Attendance : मध्य प्रदेश के अनुदान कॉलेजों ने भी प्रोफेसरों और अन्य कर्मचारियों के लिए ई-अटेंडेंस अनिवार्य कर दिया है। अतिथि शिक्षकों को भी सार्थक एप के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। प्रोफेसर कक्षा में आगमन और प्रस्थान को सेल्फी के साथ रिकॉर्ड करेंगे। जिसके अतिरिक्त ऑपरेटर इसकी रिपोर्ट देंगे और पस्थिति के आधार पर वेतन तैयार किया जाएगा। जबलपुर में 12 अनुदान प्राप्त महाविद्यालय हैं।

अनुदान कॉलेजों में अब से ई-अटेंडेंस

अनुदान कॉलेजों में शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है। कुछ कॉलेजों में बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली है, लेकिन निगरानी के लिए कोई केंद्रीकृत प्रणाली नहीं है। इससे विभाग को कॉलेजों की पूरी जानकारी नहीं मिल पा रही है। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक विभाग का मानना ​​है कि इससे प्रोफेसर और कर्मचारी समय पर पहुंचेंगे। शिक्षण कार्य में सुधार होगा। ड्यूटी से गायब रहने की जानकारी मिलेगी। नई व्यवस्था लागू करने की जिम्मेदारी जल्द ही संबंधित कॉलेज के प्राचार्य की होगी।

नई व्यवस्था में शामिल सरकारी और निजी कॉलेज

उच्च शिक्षा आयुक्त निशांत वरवडे के मुताबिक नई व्यवस्था में सरकारी कॉलेजों के अलावा सहायता प्राप्त निजी कॉलेजों को भी शामिल किया गया है। प्रोफेसर, जनभागीदारी शिक्षक, खेल अधिकारी, पुस्तकालयाध्यक्ष सहित गैर शैक्षणिक संवर्ग के कर्मचारियों को अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करानी होगी।

Exit mobile version