खाद्य सुरक्षा विभाग का बड़ा ऐलान, दूधियों का पंजीकरण कर जारी होगा पहचान पत्र
Milkmen Identity Cards : दूध में मिलावट से निपटने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने नई पहल की है। विभाग ने दूधियों का पंजीकरण कर उनके पहचान पत्र जारी करने का निर्णय लिया है। इस कदम का उद्देश्य दूध की शुद्धता सुनिश्चित करना और उपभोक्ताओं को हानिकारक मिलावट से बचाना है। इस पहल के तहत भिंड जिले के सभी दूधियों को विभाग में पंजीकरण कराना होगा।
प्रत्येक पंजीकृत दूधवाले को एक पहचान पत्र प्राप्त होगा, जो उनकी वैधता और उनके द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले दूध की गुणवत्ता की गारंटी के रूप में काम करेगा। पहचान पत्र प्राप्त करने के अलावा, दूधियों को दूध की गुणवत्ता मापने के लिए एक उपकरण लैक्टोमीटर भी रखना होगा। इससे वे स्वयं दूध की गुणवत्ता की जांच कर सकेंगे और ग्राहकों के अनुरोध पर वे अपने घर पर ही दूध की गुणवत्ता की जांच कर सकेंगे।
इस समय जिले में करीब तीन से चार हजार दूधिये लाखों परिवारों को सेवा दे रहे हैं, लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग के पास इन विक्रेताओं के बारे में विस्तृत जानकारी का अभाव है। इसी अंतर के कारण दूध में पानी और अन्य रासायनिक मिलावट के मामले सामने आए हैं। इसकी बिक्री से जुड़े लोगों के लिए पंजीकरण अनिवार्य है।