सोना-चांदी फिर बना निवेशकों की पहली पसंद: कीमतें 1 लाख के पार, रक्षाबंधन पर भी बढ़ी डिमांड
1 महीने में सोने-चांदी की कीमतों में बंपर उछाल, रायपुर में सोना 1.02 लाख और चांदी 1.11 लाख प्रति किलो पहुंची

देश के सर्राफा बाजारों में एक बार फिर सोने और चांदी की चमक देखने को मिल रही है। बीते एक महीने में इन दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रायपुर सर्राफा बाजार में सोमवार को चांदी की कीमत 1 लाख 11 हजार 650 रुपये प्रति किलोग्राम और 24 कैरेट शुद्ध सोना 1 लाख 2 हजार 800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय हालात का असर
बाजार विशेषज्ञों और सर्राफा व्यापारियों का मानना है कि इस तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण वैश्विक स्तर पर बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कई देशों पर लगाए जा रहे टैरिफ (आयात शुल्क) के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उथल-पुथल मची है। भारत पर भी 25% टैरिफ का ऐलान किया गया था, जिसे फिलहाल एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया गया है।
📈 सुरक्षित निवेश का जरिया
रायपुर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष धरमचंद भंसाली ने बताया कि बीते कुछ दिनों में सोने की कीमत में 700 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी में 6,500 रुपये प्रति किलोग्राम का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा, “100 डॉलर की अंतरराष्ट्रीय तेजी का सीधा असर घरेलू बाजार पर पड़ा है। निवेशकों और स्टॉकिस्टों ने एक बार फिर सुरक्षित निवेश के लिए सोने-चांदी की तरफ रुख किया है।”
🎉 रक्षाबंधन की खरीदी पर असर नहीं
भले ही कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन ग्राहकों की खरीदी पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा है। धरमचंद भंसाली के अनुसार, “लोग अपनी क्षमता और बजट के अनुसार जेवर खरीद रहे हैं। वजन थोड़ा कम हो रहा है, लेकिन मांग बनी हुई है। रक्षाबंधन जैसे पर्वों को देखते हुए खरीदी जारी है।”
🔁 पुराना रिकॉर्ड फिर टूटा
सर्राफा बाजार के जानकार और रायपुर सर्राफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू ने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है जब सोने-चांदी की कीमतें 1 लाख के पार पहुंची हैं। “कुछ महीने पहले भी दाम 1 लाख के ऊपर थे। बाद में थोड़ी गिरावट आई थी, लेकिन अब फिर से वैश्विक हालातों के चलते तेजी लौट आई है,” उन्होंने बताया।
🛡️ निवेशकों के लिए सतर्कता जरूरी
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी तेजी में निवेश करते समय थोड़ी सतर्कता जरूरी है। वैश्विक हालात लगातार बदल रहे हैं, जिससे कीमतों में उतार-चढ़ाव संभव है।
सोने-चांदी की कीमतों में हालिया उछाल यह दिखाता है कि अनिश्चित वैश्विक आर्थिक हालातों में भी ये धातुएं निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बनी हुई हैं। आने वाले त्योहारी सीजन में इनके दामों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है।