सरकारी ज़मीन पर चला प्रशासन का डंडा, बौखलाए दबंगों ने नायब तहसीलदार को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
पटेहरा गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचे नायब तहसीलदार पर हुआ हमला, खून से लथपथ हालत में थाने पहुंचे अधिकारी, तीन आरोपी गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के सीधी ज़िले के पटेहरा गांव में मंगलवार की दोपहर कानून का पालन कराने गए नायब तहसीलदार जेपी पांडे पर भीड़ का कहर टूट पड़ा। सरकारी ज़मीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान हालात इतने बिगड़ गए कि तहसीलदार को जान बचाकर भागना पड़ा।
दरअसल, तहसील कार्यालय का चौकीदार ग्रामीणों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस देने पहुंचा था। इस पर गांव वालों ने विरोध जताया और मामला गरमा गया। जब चौकीदार ने हालात की जानकारी नायब तहसीलदार पांडे को दी, तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन वहां उनका सामना गुस्साए लोगों से हो गया।
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गांव के करीब 7-8 लोगों ने मिलकर तहसीलदार को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। लात-घूंसे बरसाए और सिर में गंभीर चोटें दीं। खून से लथपथ हालत में पांडे किसी तरह बचते-बचाते रामपुर नैकिन थाने पहुंचे, जहां से उन्हें अस्पताल भेजा गया।
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थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने बताया कि पुलिस ने राजेंद्र, जेपी लुनिया, दिलीप और सनत लोनिया समेत 7-8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। एसडीएम शैलेश द्विवेदी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
जेपी पांडे ने बताया कि वे मौके पर शांतिपूर्वक कार्रवाई समझाने गए थे, लेकिन उन्हें बोलने का भी मौका नहीं दिया गया। हमलावरों ने उनकी चेन तक छीन ली और उन्हें सड़क तक खदेड़कर मारा। गांव में सरकारी ज़मीनों पर तालाब किनारे, वेयरहाउस के पास और सड़क किनारे कई लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इन्हीं अतिक्रमणकारियों में से कई आरोपी हैं।