MP में भारी बारिश का कहर: 24 जिलों में फ्लैश फ्लड अलर्ट, IMD का ऑरेंज अलर्ट जारी
मध्य प्रदेश में भारी बारिश और फ्लैश फ्लड अलर्ट | Flash Flood Alert in Madhya Pradesh Today

MP Weather Update: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मौसम ने अचानक करवट ली है। बीते कुछ दिनों की राहत के बाद अब तेज बारिश (Heavy Rainfall) का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। मौसम विभाग (IMD) ने आज यानी शुक्रवार को फ्लैश फ्लड (Flash Flood) और अति भारी बारिश (Very Heavy Rainfall) को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
📍 किन जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा है? (Flash Flood Alert Districts in MP)
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, इन जिलों में अगले 24 घंटों में अचानक बाढ़ (Flash Flood in MP) का खतरा है:
अशोकनगर, गुना, रायसेन, शिवपुरी, विदिशा, अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, छिंदवाड़ा,
दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर,
सतना, सिवनी, शहडोल, सीधी, और उमरिया।
> ⚠️ इन जिलों में जलभराव, नदी का जलस्तर बढ़ना, सड़कें अवरुद्ध होना और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।
🌩️ ऑरेंज अलर्ट वाले जिले (MP Districts Under Orange Alert Today)
मौसम विभाग ने जिन जिलों में अति भारी बारिश (Orange Alert Rainfall in MP) की चेतावनी दी है, वे हैं:
राजगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा
⚠️ MP Weather Yellow Alert Today (भारी बारिश और बिजली का पूर्वानुमान)
मध्य प्रदेश के बाकी सभी जिलों में येलो अलर्ट (Yellow Alert in MP) जारी किया गया है। यहां भी भारी बारिश और वज्रपात हो सकता है।
🔍 MP Weather Alert का कारण क्या है? (Reason Behind MP Rain & Flood Alert)
> IMD के अनुसार,
एक ट्रफ लाइन (Trough Line) जो MP से होकर गुजर रही है
और एक सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation over MP) इस भारी बारिश की वजह है।
बारिश का केंद्र पहले पूर्वी मध्य प्रदेश में था, लेकिन अब वह पश्चिमी जिलों की ओर बढ़ चुका है।
🛑 जनता के लिए सलाह (Public Advisory)
निचले इलाकों में न जाएं
नदियों, पुलों और जलभराव वाली जगहों से दूर रहें
स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
बिजली गिरने के समय मोबाइल, टीवी, तारों से दूर रहें
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
अगले 24 घंटे मध्य प्रदेश के लिए बेहद संवेदनशील हैं। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, लेकिन जनता को भी सावधानी बरतनी होगी। बाढ़, बिजली गिरना और अति भारी बारिश जैसे खतरे पूरी तरह सामने हैं।