रीवा के लाल रोमिल द्विवेदी ने रचा इतिहास, बिना कोचिंग के UPSC में हासिल की 27वीं रैंक
रोमिल मूल रूप से रीवा जिले के आनंद नगर बोदाबाग क्षेत्र के निवासी हैं,रोमिल पहले मुंबई में एक्सिस बैंक में असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत थे

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की 2024 की सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट आ चुका है और इस बार मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया है रीवा के रहने वाले रोमिल द्विवेदी ने। उन्होंने बिना किसी कोचिंग के केवल अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर ऑल इंडिया में 27वीं रैंक हासिल की है।
रोमिल मूल रूप से रीवा जिले के आनंद नगर बोदाबाग क्षेत्र के निवासी हैं, जबकि उनका जन्म जवा तहसील के पुरैना गांव में हुआ था। वर्तमान में उनके पिता केके द्विवेदी भोपाल में सहकारिता विभाग में जॉइंट कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं।
यूपीएससी की यह रोमिल की दूसरी कोशिश थी। दो साल पहले उन्हें 364वीं रैंक मिली थी, जिससे उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में हुआ था। लेकिन वे यहीं नहीं रुके—अपनी मंजिल को पाने के लिए उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और इस बार पूरे आत्मविश्वास से टॉप 30 में जगह बना ली।
दिलचस्प बात यह है कि रोमिल पहले मुंबई में एक्सिस बैंक में असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत थे, लेकिन उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर पूरी तरह से UPSC की तैयारी में जुट गए। उन्होंने किसी कोचिंग की मदद नहीं ली—सिर्फ खुद पर भरोसा रखा और मेहनत करते रहे।
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मध्यप्रदेश के अन्य होनहारों की भी सफलता
रोमिल के साथ-साथ एमपी के कई और युवाओं ने भी इस बार की परीक्षा में झंडे गाड़े हैं। भोपाल के क्षितिज आदित्य शर्मा को 58वीं रैंक, अशोकनगर के आशीष रघुवंशी को 202वीं रैंक, इटारसी के मोनू शर्मा को 359वीं रैंक और इंदौर के योगेश राजपूत को 540वीं रैंक हासिल हुई है।
परीक्षा में इतनी जबरदस्त प्रतिस्पर्धा
साल 2024 की UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिए लगभग 9.92 लाख युवाओं ने आवेदन किया था। इनमें से 5.83 लाख उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए। मुख्य परीक्षा में 14,627 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया, लेकिन इंटरव्यू तक पहुंचने का मौका सिर्फ 2,845 को मिला। अंततः 1,009 उम्मीदवारों को विभिन्न सेवाओं के लिए चयनित किया गया।