पेट्रोल-डीजल की बड़े दाम: प्रदेश वासियों को एक झटका जानिए अपने शहर का ताजा भाव
पेट्रोल-डीजल पर बढ़ी एक्साइज ड्यूटी: महंगाई की मार या राहत की चाल?

केंद्र सरकार ने एक बार फिर आम जनता की जेब पर सीधा असर डालने वाला कदम उठाया है। पेट्रोल और डीजल पर दो रुपए प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी गई है, जिससे पूरे देश में ईंधन की कीमतों में वृद्धि की आशंका जताई जा रही थी। हालांकि सरकार ने बाद में स्पष्ट किया कि पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी और इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटती कीमतों के जरिए समायोजित किया जाएगा।
मध्यप्रदेश की बात करें तो यहां की लगभग 7 करोड़ आबादी इस निर्णय से प्रभावित हो सकती थी। राजधानी भोपाल में वर्तमान में पेट्रोल की कीमत 108 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92 रुपए प्रति लीटर है। ऐसे में यदि यह बढ़ोतरी लागू होती, तो हर वाहन धारक की जेब और भी ज्यादा हल्की हो जाती।
फिलहाल सरकार पेट्रोल पर 19.90 रुपए और डीजल पर 15.80 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। बढ़ोतरी के बाद यह क्रमश: 21.90 और 17.80 रुपए हो जाएगा। हालांकि, इस पर सरकार का कहना है कि खुदरा दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे, जिससे थोड़ी राहत की उम्मीद की जा सकती है।
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एमपी के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के ताज़ा दाम
भोपाल: पेट्रोल 106.52 रुपए/लीटर, डीजल 91.89 रुपए/लीटर
इंदौर: पेट्रोल 106.55 रुपए/लीटर, डीजल 91.94 रुपए/लीटर
ग्वालियर: पेट्रोल 106.45 रुपए/लीटर, डीजल 91.83 रुपए/लीटर
जबलपुर: पेट्रोल 106.34 रुपए/लीटर, डीजल 91.75 रुपए/लीटर
महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए ईंधन की कीमतें हमेशा एक संवेदनशील मुद्दा रही हैं। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें न सिर्फ यातायात पर असर डालती हैं, बल्कि इसका सीधा प्रभाव खाद्य पदार्थों और अन्य रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों पर भी पड़ता है।
केंद्र सरकार के इस कदम को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते फिलहाल इसका असर जनता तक न पहुंचे, लेकिन भविष्य में यदि कच्चा तेल फिर महंगा हुआ, तो इस एक्साइज ड्यूटी की बढ़ोतरी का बोझ जनता पर जरूर आएगा।
सरकार का यह फैसला एक दोधारी तलवार जैसा है—एक तरफ राजस्व बढ़ाने की मंशा, दूसरी ओर जनता की नाराज़गी का डर। देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में सरकार इस संतुलन को कैसे संभालती है। फिलहाल जनता को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन आने वाला समय तय करेगा कि यह राहत स्थायी है या सिर्फ कुछ दिनों की मेहरबानी।