मध्यप्रदेश में सावन का महीना इस बार पूरी रफ्तार से बरस रहा है। राजस्थान और मप्र के ऊपरी क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण कई नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पार्वती नदी फिर से खतरे के निशान को पार कर चुकी है, वहीं चंबल नदी का जलस्तर भी तेजी से ऊपर चढ़ रहा है, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
बुधवार से नीमच, मंदसौर, श्योपुर, गुना, आगर-मालवा और राजगढ़ जैसे जिलों में लगातार बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने 31 जुलाई और 1 अगस्त के लिए भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 2 और 3 अगस्त को हल्की बारिश की चेतावनी दी गई है।
तापमान में गिरावट, लेकिन गर्मी अभी बाकी
बारिश के चलते प्रदेश के तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन कुछ शहरों में अभी भी गर्मी बनी हुई है। पृथ्वीपुर में सबसे अधिक 33.4°C तापमान रिकॉर्ड किया गया है। अन्य प्रमुख शहरों में सीधी में 32.6°C, खजुराहो में 31.9°C, दतिया में 31.8°C और सतना में 31.5°C तापमान दर्ज हुआ।
मानसून मीटर: कहां कितनी बारिश हुई
इस मानसून सीजन में मध्यप्रदेश में अब तक औसतन 25.4 इंच बारिश हो चुकी है। बुधवार को सबसे ज्यादा बारिश गुना (323 मिमी), बमोरी (246 मिमी), ईसागढ़ (245 मिमी), सागर (220 मिमी), बदरवास (217 मिमी), बाड़ी (135 मिमी) और राघौगढ़ (118 मिमी) में दर्ज की गई।
अगले तीन दिन कैसा रहेगा मौसम?
31 जुलाई: नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, श्योपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का यलो अलर्ट।
1 अगस्त: प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली चमकने की संभावना।
2-3 अगस्त: आंशिक बादल छाए रहेंगे, हल्की बारिश के आसार बने रहेंगे।
मध्यप्रदेश में मानसून पूरी ताकत से सक्रिय है। जहां एक ओर किसानों के चेहरे खिले हैं, वहीं प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।