एमपी में निर्माण कार्यों में लापरवाही पर सरकार सख्त: कई अफसर सस्पेंड, ठेकेदार ब्लैकलिस्ट

सरकारी निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता को लेकर सरकार ने कसी नकेल, दोषियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई।

मध्यप्रदेश में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। मंत्री राकेश सिंह के निर्देश पर अब हर महीने दो बार औचक निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में 7 प्रमुख अभियंताओं की टीम ने राज्य के विभिन्न जिलों में 35 निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया।

विदिशा, छिंदवाड़ा, दतिया, इंदौर, मंदसौर, सागर और अनूपपुर सहित कई जिलों में हुए इन निरीक्षणों में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। बुधवार को समीक्षा बैठक में इन रिपोर्टों पर कड़ा एक्शन लिया गया।

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दतिया और सागर में बड़ी कार्रवाइयां

दतिया जिले के इंदरगढ़-पढोकर-समथर मार्ग निर्माण में लापरवाही पाए जाने पर एसडीओ आरके मिश्रा की वेतनवृद्धि रोकी गई, वहीं उपयंत्री संतोष शर्मा को निलंबित कर दिया गया। संबंधित ठेकेदार को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। सागर जिले में भी निर्माण कार्यों में गड़बड़ी मिलने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की गई।

जल जीवन मिशन में लापरवाही पर ईई निलंबित

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने जल जीवन मिशन में लापरवाही बरतने पर सिंगरौली के कार्यपालन यंत्री त्रिलोक सिंह बरकड़े को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा सागर, जबलपुर, उमरिया, दतिया, सतना, विदिशा, गुना, अलीराजपुर, रतलाम, दमोह और मंदसौर के ईई को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।

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