मध्य प्रदेश के रीवा में पोस्टर को लेकर राजनीतिक बवाल मच गया है। एन.एस.यू.आई. शहर में विभिन्न स्थानों पर ‘RSS BAN’ लिखे पोस्टर लगाए गए हैं। उन्होंने BJP और RSS को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का समर्थक बताया गया और कहा कि BJP इस विचारधारा का समर्थन करते हुए।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा का कहना है, “बी.जे.पी. बार-बार महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे का महिमामंडन करती आई है। हम इस किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस पर दबाव बनाकर हमें RSS बैन के पोस्टर लगाने से रोका जा रहा है। बीजेपी केवल दिखावे के लिए महात्मा गांधी का समर्थन करती है।”
पोस्टरों को लेकर राजनीति गरमाई
रीवा शहर के कॉलेज चौक सहित अन्य इलाकों में लगाए गए आपत्तिजनक पोस्टरों को लेकर राजनीति गरमा गई है। ये पोस्टर आरएसएस के विरोध में कई चौराहों पर लगाए गए थे। ये पोस्टर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने शहर भर में घूमते हुए लगाए। रविवार रात को बैनर लगाने के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ता सोमवार को फिर बाहर निकले। कार्यकर्ताओं ने अभी पोस्टर लगाना शुरू ही किया था कि पुलिस टीम वहां पहुंच गई और एनएसयूआई के 30 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर नियंत्रण कक्ष ले गई।
शहर भर के चौराहों पर आरएसएस विरोधी पोस्टर लगाए गए
रविवार देर रात एनएसयूआई ने शहर के कॉलेज स्क्वायर स्थित स्वामी विवेकानंद पार्क की चारदीवारी पर आरएसएस और उसके प्रमुख के खिलाफ पोस्टर चिपका दिए। पुलिस ने पोस्टर लगाने वाले 30 से अधिक एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कांग्रेस नेता एनएसयूआई के समर्थन में कंट्रोल रूम पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय ने कहा, “भाजपा के दबाव में पुलिस ने हमारे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। क्या लोकतांत्रिक देश में अपने विचार व्यक्त करना अपराध है?”