MP assembly election 2023: सीधी जिले की चारों विधानसभा सीटों में कड़ा टक्कर, जानिए सभी विधानसभाओं में किसकी कितनी दावेदारी मजबूत।
प्रथम न्याय न्यूज सीधी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के निर्वाचन के लिए नामांकन की प्रक्रिया इन दिनों जारी है जो 21 अक्टूबर से शुरू होकर 30 अक्टूबर 2023 तक होगी और इसके पश्चात 2 अक्टूबर तक नाम वापसी का समय रहेगा।
वही बात की जाए सीधी जिले की तो सीधी जिले की चारों विधानसभा सीटों पर काफीउहापोह की स्थिति नजर आ रही है। सीधी विधानसभा से भाजपा ने सांसद रीती पाठक को प्रत्याशी बनाया है तो विधायक केदारनाथ शुक्ला बागी हो गए हैं और निर्दलीय रूप से नामांकन दाखिल किया है वहीं कांग्रेस से ज्ञान सिंह को टिकट मिला है। इसके बाद लोगों के द्वारा यह प्रयास लगाए जा रहे हैं किसी भी विधानसभा में मुकाबला काफी कड़ा देखने को मिल सकता है।
किसे मिलेगी चुरहट की गद्दी
परंपरागत रूप से चुरहट विधानसभा कांग्रेस के खाते में जाती रही है वहीं वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सरदेंदु तिवारी ने बाजी मारी थी तथा भाजपा ने उन पर एक बार फिर से भरोसा जताया है और उन्हें मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल है तथा मुकाबला दिलचस्प तब हो गया जब आम आदमी पार्टी ने पूर्व सांसद गोविंद मिश्रा के बेटे नेद्र मिश्रा राजन को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। जहां चुरहट विधानसभा का मुकाबला काफी त्रिकोणीय हो गया है और यहां पर जनता किसको गद्दी पर बैठाएगी यह भी काफी दिलचस्प बना हुआ है।
आखिर किसके सिर पर सजेगा सिहावल का सेहरा
सिहावल विधानसभा एक ऐसी विधानसभा सीट है जो कांग्रेस की गढ़ मानी जाती रही है और अभी भी यहां के दो बार से विधायक व पूर्व पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल है जिनकी क्षेत्र में अच्छी खासी पकड़ है और प्रत्येक व्यक्ति के साथ उनकी गहरी पैठ है। वहीं भाजपा ने अपना प्रत्याशी पूर्व विधायक विश्वामित्र पाठक को एक बार फिर से बनाया है जो वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में सिहावल का किला भेदने में कामयाब हो गए थे। परंतु 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में वह कमलेश्वर पटेल से चुनाव हार गए थे तथा 2018 में टिकट नहीं मिलने पर बागी हो गए थे और निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा था तथा 28-29 के लगभग मत भी प्राप्त किए थे। परंतु इस बार भी कितनी मजबूती के साथ मैदान में करेंगे क्या उनकी रणनीति होगी क्या वह शह प्राप्त करेंगे या फिर कांग्रेस से फिर से परास्त होंगे आने वाले 17 नवंबर को सिहावल विधानसभा क्षेत्र 78 के मतदाता प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला बंद कर देंगे।
धौहनी विधानसभा भी बनी हुई है काफी दिलचस्प
धौहनी विधानसभा एक ऐसी सीट है जो आदिवासी के लिए आरक्षित है जहां भाजपा ने अपने प्रत्याशी कुंवर सिंह टेकाम को एक बार फिर से भरोसा बताते हुए टिकट दिया है वहीं कांग्रेस में भी पूर्व प्रत्याशी कमलेश सिंह को टिकट दिया है और उन पर भरोसा बताया है।
विद्रोह की वजह से कांग्रेस को मिल रहे झटके पर झटके
जिस तरह से धौहनी विधानसभा में जनपद पंचायत कुसमी अध्यक्ष श्यामवती सिंह निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। ऐसे में विधानसभा क्षेत्र के लोग यह प्रयास लग रहे हैं की इस तरह से कांग्रेस में आपसी फूट की वजह से कांग्रेस को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है हालांकि फिर भी कांग्रेस और भाजपा अपने-अपने जीत की दावेदारी कर रहे हैं।