एमपी में सख्ती: चेक पोस्ट पर गड़बड़ी करने वाले अफसर और कर्मचारी हुए बर्खास्त
सरकार अब चेक पोस्टों पर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठा रही है।

ग्वालियर में परिवहन विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। यह कार्रवाई तब हुई जब चेक पोस्ट पर भ्रष्टाचार और नियमों की अनदेखी की गंभीर शिकायतें सामने आईं।
गंभीर आरोपों पर त्वरित कार्रवाई
उत्तरप्रदेश सीमा के पास झांसी-सागर चेक पोस्ट पर तैनात उप निरीक्षक मीनाक्षी गोखले, परिवहन आरक्षक संध्या अहिरवार और रितु शुक्ला को मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है। इन पर अवैध वसूली और वाहन चालकों के साथ अभद्र व्यवहार के आरोप लगे हैं।
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24 घंटे में हुआ एक्शन
परिवहन आयुक्त ने एक दिन पहले ही सभी चेक पॉइंट के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके 24 घंटे के भीतर ही नियमों के उल्लंघन की शिकायत मिली, जिस पर सख्त रवैया अपनाते हुए तुरंत कार्रवाई की गई।
क्या थे नए निर्देश
चेकिंग पारदर्शी हो और वाहन चालकों को बेवजह परेशान न किया जाए।
सिर्फ अधिकृत स्टाफ ही चेकिंग में शामिल हों, कोई प्राइवेट व्यक्ति नहीं।
चालान केवल पीओएस मशीन से ही किया जाए।
एक समय में सिर्फ एक ही वाहन रोका जाए और 15 मिनट से अधिक रोकना संदिग्ध माना जाएगा।
रात में चेकिंग हो तो रोशनी वाले स्थान का चयन करें और स्टाफ को एलईडी व रिफ्लेक्टर जैकेट पहनना अनिवार्य हो। बॉडी वार्म कैमरे से चेकिंग हो और उसकी रिकॉर्डिंग भी सुरक्षित रखी जाए।