Mustard Oil Price: सरसों तेल की कीमतों में 50 से 60 रु तक की गिरावट, देखें अभी का लेटेस्ट प्राइस

Mustard Oil Price: विदेशी मार्केट में मांग घटने से खाद्य तेलों की कीमतें गिर गई हैं। मांग में कमी आने से इंडियन मार्केट में भी सरसों के दाम नीचे आ गए हैं। सरसों एवं सोयाबीन तेल, कच्चे पाम तेल ( CPO) और palmolein तेल की प्राइस अब 50 रूपए तक कम हो गई है। मूंगफली और बिलोना तेल वैसे की वैसे ही अपनी कीमत में बरकरार है। बजारी सूत्रों की मानें तो मलेशिया एक्सचेंज में कल बेहद मंदि देखी गई है। जबकि शुक्रवार रात मंदी रहने के बावजूद शिकागो एक्सचेंज अभी तक बंद रहेगा। सरसों तेल की कीमतों में गिरावट पिछले हफ्ते से देखी जा रही है।

50 से ₹60 तक की गिरावट

विदेशों में बाजार टूटने के बाद से काफी मंदी है.तेल में ₹50 से ₹60 तक की गिरावट हुई. इस गिरावट की चपेट में काफी आयतको का बचना मुश्किल है.सरकार द्वारा भी अलग-अलग किस्तों में आयात शुल्क में कमी दिखाई दी. 2 साल पहले सूरजमुखी और सोयाबीन आयात पर 38.25% और CPO पर 41.25% का आयात शुल्क लगा.

विदेशों में खाद्य तेलों के दाम ₹50, ₹60 किलो टूटने पर कई बार आयात शुल्क में कमी की गई.इसके गिरावट का फायदा ना ही तो उपभोक्ताओं को मिला ना ही तेल उद्योग को और ना ही किसानों को प्राप्त हुआ. आयात भाव के मुकाबले मौजूदा बाजार काफ़ी कम होने से कर्ज के भुगतान के लिए रास्ते में तेल बेचना पड़ा.

आयात शुल्क से जो राजस्व को लाभ प्राप्त होता था, अब उसका नुकसान तो है ही.तेल की कीमतों में मंदी के लाभ उठाने से उपभोक्ता हैरान है.बाजार में सरसों की आवक काफी कम है. आगे चलके इसकी भारी कमी का सामना करना पड़ेगा.विदेशी तेलो से ज्यादा देसी तेलों की डिमांड बढ़ रही हैं.

जानिए तेल तिलहनों के भाव

Exit mobile version