नीट परीक्षा में (NEET Exam 2024) हुए फर्जीवाड़े पर बड़ी कार्रवाई की गई है. गोधरा (गुजरात) के एक स्कूल में नीट परीक्षा के दौरान नकल कराने के मामले मे स्कूल के प्रिंंसिपल और शिक्षक समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन लोगो पर 27 अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपये की रिश्वत लेकर नीट-यूजी परीक्षा पास कराने में कथित तौर पर मदद करने का आरोप है.
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 9 मई को दर्ज एक FIR में आरोप लगाया गया था, कि गोधरा के जय जलाराम स्कूल में नीट परीक्षा मे नकल करवाकर कई बच्चों को पास करवाया गया है। जिलाधिकारी को इस बात की गुप्त सूचना मिलने पर 5 मई को आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को हिरासत में ले लिया गया था.
सात लाख रुपये बरामद
पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी ने बताया कि कार्रवाई करते हुए स्कूल के प्रिंंसिपल और शिक्षक समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसमे शिक्षक तुषार भट्ट, स्कूल के प्रिंंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा, वडोदरा के शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय, उनके सहयोगी विभोर आनंद और बिचौलिया आरिफ वोहरा शामिल हैं. तुषार भट्ट के पास से 7 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं. तुषार भट्ट को शहर में नीट के लिए उप केंद्र अधीक्षक नियुक्त किया गया था.
2.30 करोड़ रुपये के चेक बरामद
पुलिस अधीक्षक ने कहा, वडोदरा के शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय ने लगभग 27 छात्रों को यह भरोसा दिलाया था कि वह 10 लाख रुपये लेकर उन्हें परीक्षा पास कराने में मदद कर सकते हैं. छापेमारी के दौरान परशुराम के कार्यालय से 2.30 करोड़ रुपये के चेक मिले हैं
सूत्रों के अनुसार जिन 27 छात्रों ने पैसे दिए थे या पैसे देने पर सहमत हुए थे, उनमें से केवल तीन ही परीक्षा पास कर पाए.