न उम्मीद बची, न playoff का सपना — अब बात है सिर्फ आत्मसम्मान की

चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स आमने-सामने, प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने के बाद अब खेलेंगे सम्मान और भविष्य की उम्मीदों के लिए अपना अंतिम मुकाबला

आईपीएल 2025 का समापन करीब है और अब जब प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स आमने-सामने होंगी, तो दोनों टीमों की नजरें केवल एक चीज पर होंगी—सम्मान के साथ सीजन को अलविदा कहना।

राजस्थान रॉयल्स के लिए यह सीजन कई मायनों में चुनौतीपूर्ण रहा। गेंदबाजी में विकल्पों की कमी, मध्य क्रम की अस्थिरता और प्रमुख खिलाड़ियों की विफलता ने उन्हें अंक तालिका में नीचे धकेल दिया। हालांकि, इस सीजन में युवा प्रतिभा वैभव सूर्यवंशी जैसे खिलाड़ियों की खोज ने भविष्य की उम्मीदें जरूर जगाई हैं।

वहीं चेन्नई सुपरकिंग्स भी बदलाव के दौर से गुजर रही है। पुराने फॉर्मूले ने काम नहीं किया और अनुभवी खिलाड़ियों पर भरोसा महंगा पड़ा। हालांकि, आयुष म्हात्रे और उर्विल पटेल जैसे युवाओं के प्रदर्शन ने भविष्य की दिशा तय कर दी है।

राजस्थान रॉयल्स की रणनीति

राजस्थान की कोशिश होगी कि वह टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करे और एक मजबूत स्कोर खड़ा करे। शुरुआती ओवरों में यशस्वी जयसवाल और ध्रुव जुरेल आक्रामक शुरुआत देने की कोशिश करेंगे। गेंदबाजी में टीम महेश तीक्षणा और फजलहक फारूकी पर भरोसा जताएगी, जबकि वानिंदु हसरंगा बीच के ओवरों में किफायती गेंदबाजी के साथ विकेट निकाल सकते हैं।

चेन्नई सुपरकिंग्स की रणनीति

चेन्नई की रणनीति युवाओं को अधिक मौका देने की रहेगी। आयुष म्हात्रे और शेख रशीद जैसे खिलाड़ी टॉप ऑर्डर में जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि शिवम दुबे और सैम कुरेन मध्य क्रम को संभालेंगे। गेंदबाजी की कमान रविंद्र जडेजा और पथिराना के हाथों में रहेगी। धोनी भले कप्तान हों या नहीं, फिनिशिंग में उनका अनुभव निर्णायक साबित हो सकता है।

संभावित प्लेइंग XI

चेन्नई सुपरकिंग्स:

1. आयुष म्हात्रे

2. शेख रशीद

3. शिवम दुबे

4. सैम कुरेन

5. दीपक हुड्डा

6. उर्विल पटेल

7. एमएस धोनी (कप्तान/विकेटकीपर)

8. रविंद्र जडेजा

9. मथीशा पथिराना

10. खलील अहमद

11. आर अश्विन

राजस्थान रॉयल्स:

1. यशस्वी जयसवाल

2. ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर)

3. संजू सैमसन (कप्तान)

4. शिमरोन हेटमायर

5. रियान पराग

6. वैभव सूर्यवंशी

7. वानिंदु हसरंगा

8. महेश तीक्षणा

9. फजलहक फारूकी

10. तुषार देशपांडे

11. अशोक शर्मा

दो टीमें जो इस बार ट्रॉफी की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं, अब अपनी इज़्ज़त और अगले सीजन के आत्मविश्वास के लिए खेलेंगी। इस मैच में भविष्य की झलक दिखेगी—चाहे वह युवा प्रतिभा हो या कप्तानी में बदलाव। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मुकाबला भले औपचारिक लगे, लेकिन इसके पीछे की भावनाएं बहुत गहरी हैं।

Exit mobile version