मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश में निवेश की नई लहर: 15,710 करोड़ के प्रस्ताव और 11,000 नौकरियों की सौगात

मध्यप्रदेश को 15,710 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 11,000 नौकरियां और गुजरात में MPIDC ऑफिस से निवेश को बढ़ावा मिलेगा।

मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। हाल ही में राज्य को ₹15,710 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे न सिर्फ औद्योगिक ढांचा मजबूत होगा, बल्कि 11,000 से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यह राज्य की अर्थव्यवस्था और विकास के लिए एक बड़ा कदम है, जिससे क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भी मध्यप्रदेश की पहचान और सशक्त होगी।

राज्य सरकार लगातार इस दिशा में प्रयासरत है कि अधिक से अधिक निवेश आकर्षित किया जा सके। इसी उद्देश्य से मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MPIDC) का कार्यालय अब गुजरात के अहमदाबाद में भी खोला जाएगा। यह कदम विशेष रूप से गुजरात के निवेशकों के लिए लाभकारी होगा, क्योंकि गुजरात एक औद्योगिक शक्ति के रूप में पहले से स्थापित है

और वहां के उद्योगपति मध्यप्रदेश की अपार संभावनाओं में निवेश करने के इच्छुक हैं। अहमदाबाद ऑफिस के माध्यम से दोनों राज्यों के निवेशकों के बीच सेतु का काम होगा और मध्यप्रदेश में व्यवसाय स्थापित करने की प्रक्रिया और भी सरल और सहज हो जाएगी।

गुजरात के सूरत शहर में आयोजित इंटरएक्टिव सेशन में उद्योगपति बंधुओं के साथ संवाद करते हुए मध्यप्रदेश के अधिकारियों ने राज्य की नीतियों, औद्योगिक क्षेत्रों, और निवेश के लिए उपलब्ध अवसरों की विस्तृत जानकारी दी। इस सत्र में निवेशकों को बताया गया कि मध्यप्रदेश में कनेक्टिविटी, भूमि, बिजली

पानी और अनुकूल उद्योग नीति जैसी मूलभूत सुविधाएँ पहले से ही बेहतर हैं, जो उन्हें बिना किसी बाधा के उद्योग लगाने का सुनहरा मौका देती हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई तरह की रियायतें और प्रोत्साहन भी दे रही है।

मध्यप्रदेश का केंद्र में भौगोलिक स्थान, प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता और बेहतर बुनियादी ढांचा निवेशकों के लिए प्रमुख कारण हैं। यहाँ टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल, फार्मा, आईटी और लॉजिस्टिक्स जैसे कई क्षेत्रों में विकास की व्यापक संभावनाएँ हैं।

इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार और MPIDC द्वारा निवेशकों के लिए ‘सिंगल विंडो सिस्टम’ की सुविधा दी गई है, जिससे सभी जरूरी अनुमतियाँ और क्लियरेंस एक ही जगह से प्राप्त की जा सकती हैं। इससे समय और ऊर्जा की बचत होती है और व्यापार करने में आसानी मिलती है।

इसके अलावा, इंटरएक्टिव सेशन में निवेशकों ने भी अपनी जरूरतें और सुझाव साझा किए, जिस पर राज्य सरकार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और भरोसा दिलाया कि निवेश से जुड़ी हर समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। इस अवसर पर अधिकारियों ने राज्य में निवेश के लिए उपलब्ध इंडस्ट्रियल पार्क्स, स्किल्ड मैनपावर और लो-कॉस्ट ऑपरेशन के बारे में भी विस्तार से बताया, जिससे निवेशकों का भरोसा और बढ़ा।

इस तरह के आयोजन और नीतिगत प्रयासों से निश्चित तौर पर मध्यप्रदेश निवेश का प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। आने वाले वर्षों में इस निवेश से न केवल राज्य का आर्थिक परिदृश्य बदलेगा, बल्कि हज़ारों लोगों को रोजगार और बेहतर जीवन स्तर भी मिलेगा।

समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button