ओंकारेश्वर मंदिर में शीघ्रदर्शन की सुविधा बंद होने के बाद भी कमीशनखोर तथाकथित पंडों और खुद को पुजारी बताने वाले चार के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। श्रद्धालुओं की समस्या को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने थाना प्रभारी मांधाता निरीक्षक अनोखसिंह सिंधिया को ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित कर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
इसके बाद एसडीओपी रवींद्र कुमार बोयट के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मांधाता द्वारा ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में अनाधिकृत रूप से पैसे लेकर शीघ्र दर्शन कराने के नाम पर घूमने वाले चार पंडों कुलदीप पुत्र मदन मोहन गणेश नगर (26), हेशचंद्र पुत्र श्याम लाल ब्राह्मण निवासी बालवाड़ी (54), अंचल पुत्र अशोक दुबे निवासी वार्ड नंबर तीन (27) और संजय पुत्र शिवचरण शर्मा निवासी ओंकारेश्वर (35) को चिन्हित कर पकड़ा है।
पुलिस के मुताबिक इन चारों लोगों को धारा 170, 126, 135 के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस्तगासा तैयार कर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट मांधाता के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां से सभी को खंडवा जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक राय ने सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम मांधाता में ओंकारेश्वर के सभी पंडा-पुजारियों की बैठक ली।
पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित पंडा-पुजारियों को इस तरह की हरकत दोबारा नहीं करने की सलाह दी गयी। अगर कोई इस तरह का काम करता दिखे या इसकी जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचना दी जाये। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। मंदिर परिसर में विभिन्न स्थानों पर फोन नंबर चस्पा किये हैं। ऐसे व्यक्तियों की तस्वीरें और जानकारी मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।