राहुल गांधी का ओबीसी पर आत्ममंथन: शिवराज बोले – “माफी ही इनका भाग्य है”
राहुल गांधी ने ओबीसी वर्ग की अनदेखी को माना अपनी गलती, शिवराज और मायावती ने घेरा, कांग्रेस पर उठे तीखे सवाल।

राहुल गांधी का बयान बना विवाद की वजह, ओबीसी पर की गई स्वीकारोक्ति से सियासत गर्म
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कांग्रेस के ओबीसी नेतृत्व भागीदारी सम्मेलन में राहुल गांधी द्वारा ओबीसी वर्ग को लेकर की गई स्वीकारोक्ति ने सियासी हलकों में बवाल मचा दिया है। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस ओबीसी समाज के हितों की रक्षा उस तरीके से नहीं कर सकी, जैसा उसे करना चाहिए था।
राहुल गांधी ने मानी भूल
राहुल गांधी ने कहा, “मैं 2004 से राजनीति में हूं, करीब 21 साल हो गए। आत्ममंथन करने पर मुझे लगता है कि ओबीसी समाज की समस्याओं को समय रहते ठीक से नहीं समझ पाया। अगर पहले समझ पाता, तो जातिगत जनगणना करवाता। यह मेरी गलती है, जिसे अब सुधारने जा रहा हूं।”
विपक्ष का तीखा हमला
राहुल के इस बयान पर विरोधियों ने हमला बोल दिया। बीएसपी प्रमुख मायावती ने कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए, वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तीखा तंज कसते हुए कहा, “राहुल गांधी के भाग्य में तो माफी मांगना ही लिखा है।”
शिवराज का आरोप – “राहुल को देर से समझ आता है
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “राहुल गांधी को हर बात की समझ बहुत देर में आती है। पहले आपातकाल के लिए माफी, फिर सिख दंगे, फिर ओबीसी। अब वो फिर माफी मांग रहे हैं। कांग्रेस ने मंडल आयोग की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाला, ओबीसी के हितों को कुचला और अब दिखावे की माफी।
शिवराज ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर भी लिखा, “राहुल जी के भाग्य में माफी मांगना ही लिखा है। जो अभी कर रहे हैं, उसके लिए भी 10 साल बाद माफी मांगेंगे।