रीवा मेडिकल कॉलेज को मिली 322 करोड़ की सौगात, स्वास्थ्य सेवाओं में आएगा बदलाव
रीवा के संजय गांधी अस्पताल के उन्नयन हेतु 321.94 करोड़ स्वीकृत, नई इमारतें, कैंसर यूनिट, नर्सिंग कॉलेज और अत्याधुनिक सुविधाओं से सुधरेंगी स्वास्थ्य सेवाएं।

मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को नया आयाम देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में इंदौर में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में संजय गांधी अस्पताल, रीवा के सर्वांगीण विकास के लिए 321.94 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई। यह निर्णय विंध्य क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर और अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश में चिकित्सा अधोसंरचना को सशक्त बनाने और आमजन तक गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं पहुंचाने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इस योजना के तहत संजय गांधी अस्पताल में आधुनिक ओपीडी भवन, मातृ एवं शिशु ब्लॉक, नर्सिंग कॉलेज और हॉस्टल, मल्टी लेवल पार्किंग, स्टाफ हाउसिंग, अत्याधुनिक किचन, डोरमेट्री, न्यूक्लियर मेडिसिन ब्लॉक और कैंसर उपचार हेतु विशेष बंकर का निर्माण किया जाएगा। इससे न केवल रीवा मेडिकल कॉलेज की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि गंभीर बीमारियों का इलाज अब यहीं संभव हो सकेगा।
इसी बैठक में इंदौर स्थित एमवाय हॉस्पिटल परिसर में भी 773.07 करोड़ रुपए की लागत से नए शिक्षण अस्पताल भवन, नर्सिंग हॉस्टल, मिनी ऑडिटोरियम और बाहरी विकास कार्यों की योजना को मंजूरी दी गई है। इससे इंदौर और आसपास के लाखों लोगों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘सशक्त भारत – स्वस्थ भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम है। मुख्यमंत्री की संवेदनशील सोच और दूरदृष्टि ने स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता में रखते हुए प्रदेश को नई दिशा दी है।